पत्नी के साथ की जबरदस्ती तो खाने पड़ेंगे पुलिस के डंडे

वैवाहिक बलात्कार के नए मामले अक्सर सामने आते रहते हैं

जब मामले कोर्ट में जाते हैं तो कई बार फैसले को लेकर काफी असमंजस की स्थिति रहती है

लेकिन 1 जुलाई से ऐसा नहीं होगा, सरकार ने तय कर दिया है कि वैवाहिक बलात्कार क्या माना जाएगा और क्या नहीं

साथ ही इस मामले में क्या और कितनी सज़ा दी जाएगी, यह भी तय कर दिया गया है

सरकार ने 1 जुलाई से लागू होने जा रहे नए भारतीय न्याय संहिता (BNS) में वैवाहिक बलात्कार का उल्लेख किया है

यह भी बताया गया है कि इस मामले में आरोपी पति को कितने साल की सज़ा दी जा सकती है

अगर कोई महिला अपने पति से अलग रह रही है और पति उसकी अनुमति के बिना उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता है तो यह बलात्कार की श्रेणी में आएगा

कानून के मुताबिक अगर पति पत्नी के साथ रहता है और आपसी सहमति से शारीरिक संबंध बनाता है तो यह बलात्कार की श्रेणी में नहीं आएगा