जानिए कौन उठाता है IAS-IPS की ट्रेनिंग का खर्च, कहां होती है
UPSC की परीक्षा और इंटरव्यू पास करने के बाद युवा IAS, IPS, IFS की ट्रेनिंग शुरू होती है।
इसके लिए उन्हें मसूरी स्थित प्रशासन की लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी भेजा जाता है।
सबसे पहले 3 महीने का फाउंडेशन कोर्स होता है। यहां उन्हें प्रशासन की बुनियादी बातों से अवगत कराया जाता है।
आईपीएस अपनी आगे की ट्रेनिंग हैदराबाद में पूरी करते हैं। आईएएस और आईपीएस दोनों की ट्रेनिंग दो साल की होती है।
इसे पूरा करने के बाद उन्हें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) से एमए (लोक प्रशासन) की डिग्री दी जाती है।
जब उम्मीदवार पास हो जाते हैं तो उन्हें उनकी रैंक के अनुसार IAS, IPS, IFS आदि सेवाओं में भेजा जाता है।
लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी की स्थापना वर्ष 1959 में हुई थी। इस अकादमी के मुख्य परिसर के अलावा 5 अन्य परिसर भी हैं।
IAS, IPS को हर महीने 40 हजार रुपये स्टाइपेंड मिलता है। इसमें एक कमरे के लिए प्रति व्यक्ति 350 रुपये चुकाने होंगे। मेस शुल्क लगभग 10000 रुपये है।