कौन थीं वो तवायफें जिसका करते थे सभी सम्मान
तवायफों के वेश्यालय नृत्य, कला और संस्कृति का संगम थे।
गौहर जान बनारस की मशहूर तवायफ थीं। उनकी गुनगुनाती धुनें आज भी हर घर में सुनाई देती हैं।
आपको हैरानी होगी लेकिन स्वतंत्रता सेनानी बेगम हजरत महल का असली नाम मुहम्मदी खानम था।
वह पेशे से एक वैश्या थी लेकिन अवध की बेगम बन गई।
जद्दनबाई एक संगीतकार थीं। वह अभिनेत्री नरगिस की मां और संजय दत्त की नानी थीं।
जोहरा बाई भारतीय शास्त्रीय संगीत की एक महत्वपूर्ण कड़ी रही हैं।
वह अपनी आवाज के लिए मशहूर थीं। वह भी एक वैश्या परिवार से थी।
रसूलन बाई बनारस घराने से थीं और संगीत की उस्ताद थीं।
उस्ताद बिस्मिल्लाह खान भी उनका सम्मान करते थे। वह भी एक वैश्या परिवार से थी।