सेना के कुत्ते अपनी सैलरी का क्या करते है?   

हाल ही में इंडियन आर्मी में सेवारत 'मेरू' नाम का एक कुत्ता रिटायर हुआ

जिसके बाद इस बात की चर्चा फिर शुरू हो गई कि क्या रिटायर होने के बाद भारतीय सेना कुत्तों को मार देती है

बता दें रिटायरमेंट के बाद सेना से रिटायर कुत्तों को गोली नहीं मारी जाती है

कुत्तों को रिटायरमेंट के बाद ऐसे लोगों को दे दिया जाता है जो उसका देखभाल अच्छे से कर सके

सेना की डॉग यूनिट्स में शामिल होने वाले कुत्ते ज्‍वाइनिंग के 10-12 साल बाद सेवानिवृत्‍त हो जाते हैं

सेना में भर्ती कुत्‍तों को हर महीने कोई वेतन नहीं दिया जाता है 

लेकिन, सेना उनके खानपान और रखरखाव की पूरी जिम्‍मेदारी लेती है