दोमुंहा सांपों के बारे में आपने सुना होगा, इन्हें बेहद दुर्लभ माना जाता है, इसी वजह से इनकी कीमत भी बहुत ज्यादा है
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में दोमुंहा सांप लाखों रुपये में बिकते हैं, कहीं-कहीं तो इनकी कीमत करोड़ों रुपये बताई गई है, यानी अगर एक भी मिल जाए तो किस्मत बदल जाएगी
लेकिन कभी सोचा कि इसका उपयोग क्या है? क्यों ये सांप इतनी महंगी कीमत में बिकता है?
दोमुंहा सांप सिर्फ ईरान, पाकिस्तान और भारत के रेगिस्तानी इलाकों में पाए जाते हैं, राजस्थान में भी इन्हें देखा जाता है. लोग इन्हें जॉनी सैंड बोआ, रेड सैंड बोआ और ब्राउन सैंड बोआ के नाम से भी जानते हैं
मध्य एशिया के देशों माना जाता है कि दोमुंहे सांप का मांस खाने से कई तरह की बीमारियां ठीक हो जाती हैं, दावा यहां तक है कि इस सांप के मास से एड्स का मरीज तक स्वस्थ्य हो जाता है
इन सांपों का मास खाने से पुरुषों में सेक्स पावर बुढ़ापे तक बनी रहती है, इसलिए पुरुष इसे खाते हैं। चीन में इसकी सेक्स वर्धक दवाएं भी बनती हैं
वहीं कई तांत्रिक इसका अनुष्ठानों में प्रयोग करते हैं,आदिम कबील मानते हैं कि इन सांपों को लेकर अनुष्ठान करने से वह सर्वशक्तिमान ईश्वरीय ताकत को भी अपने कंट्रोल में कर सकते हैं
मलेशिया में लोग दोमुंहे सांप को शुभ मानते हैं, उनकी मान्यता है कि जिसके पास यह सांप होता है उसका भाग्योदय होता है, उसके यहां धन की बारिश होती है