India News (इंडिया न्यूज़) : इन दिनों भगवान शिव का अतिप्रिय मास सावन का महीना चल रहा है। बता दें इस बार 19 साल के बाद ऐसा संयोग बना है कि सावन 59 दिनों तक चलने वाला है। साथ ही इस साल सावन में 8 सोमवार पड़े हैं। अब तक तो सावन मास के 3 सोमवार बीत चुके हैं। अब चौथा सावन भी सोमवार यानि 31 जुलाई को है। ज्योतिष के मुताबिक, सावन के चौथे सोमवार पर रवि योग बन रहा है। ऐसे में जानें इस योग में रुद्राभिषेक और पूजा विधि का शुभ समय।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस बार सावन का चौथा सोमवार रवि योग में है। इस दिन रवि योग सुबह 05 बजकर 42 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 58 मिनट तक है। फिर प्रीति योग शुरू हो जाएगा। हिन्दू धर्म में रवि और प्रीति योग को बहुत शुभ माना जाता हैं। ऐसे में जिन लोगों को सावन के चौथे सोमवार पर रुद्राभिषेक कराना है, वे सुबह 07 बजकर 26 मिनट से पहले करा सकते हैं।
-सावन के चौथे सोमवार पर सुबह स्नान के बाद व्रत और शिवजी की पूजा का संकल्प लें।
-सुबह शुभ मुहूर्त में किसी शिव मंदिर में जाकर या घर ही शिवलिंग की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करें।
-गंगाजल या दूध से शिवजी का अभिषेक करें।
-इसके बाद भगवान शिव शम्भू को को चंदन, अक्षत, सफेद फूल, बेलपत्र, भांग की पत्तियां, शमी के पत्ते, धतूरा, भस्म और फूलों की माला अर्पित करें।
-इसके बाद शिव जी शहद, फल, मिठाई, शक्कर, धूप-दीप अर्पित करें।
-शिव चालीसा का पाठ और सोमवार व्रत कथा का पाठ करें।
-आखिर में शिवलिंग के समक्ष घी का दीपक जलाएं और भोलेनाथ की आरती करें।
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