India News (इंडिया न्यूज़), Ram Mandir: अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की शिरकत को लेकर जारी कयास और तनातनी पर विराम लग गया है। बता दें, कांग्रेस पार्टी ने इस पूरे कार्यक्रम को RSS और BJP का इवेंट बताकर किनारा कर लिया है। कांग्रेस पार्टी ने साफ किया है कि न सोनिया गांधी और न ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके साथ ही लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन भी शिरकत नहीं करेंगे। इन नेताओं ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर निमंत्रण को ठुकरा दिया है।
वहीँ, इस बीच राजस्थान कांग्रेस के कद्दावर नेता सचिन पायलट ने निमंत्रण को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि धर्म और आस्था व्यक्तिगत फैसला होता है, लेकिन बीजेपी इसपर राजनीति करती है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सचिन पायलट ने कहा,राम मंदिर जाने के लिए निमंत्रण की जरूरत नहीं। जब भी मेरा मन होगा, मैं जाऊंगा। हमारे मित्र देश के सभी तीर्थ स्थानों पर आते-जाते रहते हैं। यह एक धार्मिक मुद्दा है। इस पर राजनीति करना गलत है। हम सभी भगवान राम में विश्वास करते हैं और विश्वास करते रहेंगे, लेकिन जिस तरह से बीजेपी फायदा उठाना चाहती है वह गलत है।’
कांग्रेस के इस फैसले पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि “मैं बड़े स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि जो लोग राम को मानते ही नहीं थे। वो कुछ भी बहाना बना सकते हैं। ये कार्यक्रम न्यास का है। न्यास ने राम मंदिर के उद्घाटन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है। उद्घाटन तो पीएम मोदी के हाथ से होना ही चाहिए था।”
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