India News(इंडिया न्यूज़), PM Modi: विश्व प्रसिद्ध जैन मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज का शनिवार को 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया। आचार्य विद्यासागर महाराज पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। उनके निधन पर पीएम मोदी ने दुख जताया है। आचार्य विद्यासागर के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर अपने शोक संदेश में लिखा, मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी के अनगिनत भक्तों के साथ हैं। आने वाली पीढ़ियाँ उन्हें समाज में उनके अमूल्य योगदान, विशेषकर लोगों में आध्यात्मिक जागृति, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अन्य कार्यों के लिए उनके प्रयासों के लिए याद रखेंगी। मुझे वर्षों तक उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का सम्मान मिला।
PM Modi condoles demise of Jain muni Acharya Vidhyasagar Maharaj
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— ANI Digital (@ani_digital) February 18, 2024
विद्यासागर महाराज ने भी मौन व्रत ले रखा था। रात करीब 2:35 बजे आचार्य का निधन हो गया। जैन मुनि के निधन की खबर फैलते ही जैन समाज के लोग डोंगरगढ़ पहुंचने लगे। बताया जाता है कि महाराज जी ने अपनी मृत्यु से ठीक 3 दिन पहले ही आचार्य पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने चुप्पी साध ली। जैन समुदाय के रत्न कहे जाने वाले आचार्य विद्यासागर महाराज का जन्म 10 अक्टूबर 1946 को शरद पूर्णिमा के दिन कर्नाटक के सदलगा गांव में हुआ था। आचार्य विद्यासागर, आचार्य ज्ञानसागर के शिष्य थे और जब आचार्य को समाधि लगी तो उन्होंने अपना आचार्य पद मुनि विद्यासागर को सौंप दिया। मुनि विद्यासागर 22 नवंबर 1972 को 26 साल की उम्र में आचार्य बने। वे शास्त्रीय और कई भाषाओं, हिंदी, मराठी, कन्नड़ के जानकार थे। वह हिंदी और संस्कृत के लेखक भी रहे हैं।