India News ( इंडिया न्यूज), Education Abroad : कई लोगों का ये सपना होता है कि वह विदेश में पढ़ाई करे। लेकिन सपने देखने और उसे साकार करने में अंतर होता है। इस काम में आने वाली चुनौतियां और मुश्किलें हमें रोकती हैं। लोग सोचने लगते हैं कि अप्लाई कैसे करेंगे, बहुत पैसे लगेंगे, कहां एडमिशन लेंगे, फीस आदि जैसे कई सवाल मन में घर कर जाते हैं। लेकिन आपको परेशान होने की जरुरत नहीं है हम आपको स्टेप बाई स्टेप बताएंगे कि आप कैसे विदेश के यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए एडमिशन ले सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले आप कोर्स का चयन करें। ऐसे कोर्स जिनकी काफी डिमांड है वही सेलेक्ट करें। ये आपको करियर में आगे ले जाने में मदद करेगा। इससे पढ़ाई खत्म होते ही तुरंत जॉब मिल सकती है।
अब एक अच्छी यूनिवर्सिटी का चयन करें। इस काम को करते वक्त देखें कि आपको किस यूनिवर्सिटी और देश में स्कॉलरशिप मिल सकती है। साथ ही यूनिवर्सिटी का प्लेसमेंट रिकॉर्ड कैसा है, देश का कल्चर कैसा है, यूनिवर्सिटी फर्जी तो नहीं है आदी।
विदेशों में जाकर पढ़ाई करना आमतौर पर काफी एक्सपेंसिव होता है। इसलिए अहम है कि यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से पहले एक बजट तैयार कर लें। फिर अपने बजट में यूनिवर्सिटी के प्रोग्राम की फीस और वहां रहने का खर्च फिट बैठ रहा है या नहीं यह देख लें। आपको स्टूडेंट लोन कितना मिल पाएगा यह भी देख लें। विदेश के कई यूनिवर्सिटीज 100 फीसदी तक स्कॉलरशिप प्रदान करती हैं। इसलिए कोशिश करें कि अधिक से अधिक स्कॉलरशिप वाले यूनिवर्सिटी में ही एडमिशन लें।
विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते-करते आप पार्ट टाईम जॉब कर सकते हैं। तो यह चेक कर लें कि वहां किस यूनिवर्सिटी में कितने घंटे पार्ट टाइम जॉब करने की इजाजत है। इससे आप अपना खर्च निकाल पाएंगे।
पासपोर्ट एवं आईडी,
रिकमेंडेशन लेटर,
मोटिवेशन लेटर,
एग्जाम स्कोर कार्ड,
स्टूडेंट वीजा आदि को अपने पास जमा करके रख लें।
जानकार बताते हैं कि एडमिशन से करीब 10-12 महीने पहले यूनिवर्सिटी और कोर्स फाइनल कर लेना चाहिए। इन डॉक्यूमेंट्स के अलावा बायोडाटा, सीवी, एसओपी और रिकमेंडेशन लेटर आदि पहले ही तैयार कर लें। एप्लीकेशन लेटर तैयार करने में एआई बेस्ड प्लेटफॉर्म की हेल्प ले सकते हैं।
कोर्स में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम दोना होता है। उसके लिए अप्लाई करन होगा। विदेश में पढ़ाई के लिए SAT, GMAT, GRE जैसे कई एप्टीट्यूड टेस्ट के अलावा लैंग्वेज प्रोफिसिएंसी के लिए भी IELTS, TOEFL, PTE जैसे एग्जाम पास करना पड़ता है।
यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड जैसी कई नामचीन विदेशी यूनिवर्सिटी में एंट्रेंस एग्जाम के अलावा इंटरव्यू भी होते हैं। जिसमें पूछे जाने वाले कई सवाल कॉमन होते हैं। जिनकी तैयारी पहले ही कर लें। वो इस तरह हैं..
आप यहां क्यों पढ़ना चाहते हैं ?
आपका बैकग्राउंड क्या है ?
आपका भविष्य को लेकर क्या प्लान है?
इन सबके बाद आपको स्टूडेंट वीजा के लिए बुकिंग करना होगा। इसके लिए अपॉइंटमेंट लेना होगा।इसमें यूनिवर्सिटी से एक्सेप्टेंस लेटर की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा एप्लीकेशन फॉर्म, पासपोर्ट, मेडिकल एवं बैकग्राउंड, यूनिवर्सिटी ट्यूशन फीस की रिसिप्ट, बैंक स्टेटमेंट जैसे डॉक्यूमेंट्स की भी आवश्यकता पड़ती है।
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