Gold Demand: लोगों में सोने की खरीदारी को लेकर प्यार बढ़ता ही जा रहा है। खास बात ये है कि गहने या फिजिकल गोल्ड के तौर पर खरीदारी को लेकर रुझान देखा जा रहा है। बता दे कि वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की नई गोल्ड डिमांड ट्रेंड्स रिपोर्ट से पता चला है कि सोने की मांग में सालाना 28 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
जुलाई-सितंबर 2022 यानी तीसरी तिमाही में सोने की मांग 1181 टन के स्तर पर पहुंच गई है और सोने की मांग में यह तेज़ी कस्टमर्स और केंद्रीय बैंकों की वजह से आई, हालांकि निवेश मांग में गिरावट दर्ज की गई।
सालाना आधार पर निवेश में 47 फीसदी गिरावट दर्ज की गई क्योंकि ईटीएफ निवेशकों ने उच्च ब्याज दरों और मज़बूत अमेरिकी डॉलर की चुनौती को देखते हुए कारोबार किया जिसकी वजह से 227 टन की निकासी दर्ज की गई। इन गतिविधियों के साथ-साथ ओटीसी मांग में कमज़ोरी और फ्यूचर बाज़ारों में नकारात्मक भावनाओं की वजह से सोने की कीमतों पर बुरा असर पड़ा- 2022 की तीसरी तिमाही के दौरान तिमाही आधार पर सोने की कीमतों में 8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के सीनियर मार्केट्स एनालिस्ट लुई स्ट्रीट ने कहा कि “वृहद आर्थिक परिदृश्य में अनिश्चितताओं के बीच इस वर्ष की मांग ने यह बात साफ हो गई है कि सोने को अब भी सुरक्षित निवेश माध्यम का दर्जा हासिल है। एक तथ्य यह भी है कि 2022 में सोने का प्रदर्शन निवेश के अन्य माध्यमों के मुकाबले बेहतर रहा। आने वाले समय में हमारा अनुमान है कि केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और रिटेल निवेश मज़बूत बना रहेगा और इससे ओटीसी व ईटीएफ निवेश में आने वाली कमी की भरपाई करने में मदद मिलेगी।
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