Hindenburg effect: अरबपति गौतम अदाणी की नेटवर्थ में गिरावट देखी जा रही है। फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग की ताजा रैंकिग में अदाणी का स्थान गिरकर दुनिया के 25 सबसे अमीरों की सूची से बाहर हो चुका है। ताजा आंकड़ो के अनुसार बुधवार को अदाणी समूह को लगभग 2 हजार 80 करोड़ का नुकसान हुआ, जिसकी वजह से उनके रैंकिग में बड़ा बदलाव देखने को मिला और वह दुनिया के टॉप 25 अमीरों की सूची से बाहर हो गए। मौजूदा समय में गौतम अदाणी की नेटवर्थ 12 लाख करोड़ से घटकर केवल 43 हजार करोड़ रुपये बचे हैं। हिंडनबर्ग शोध के बाद अदाणी को अबतक 75 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
गौतम अदाणी जो आज से ठीक एक महीने(24 जनवरी से पहले) पहले दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे। रिपोर्ट आने के करीब एक महीने के बाद वह फिसलकर इस लिस्ट में 25 वें स्थान से भी पीछे चले गए हैं। गत सोमवार को, अडानी की कुल संपत्ति कई वर्षों में पहली बार 50 बिलियन डॉलर से भी कम हो गई।
पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक स्थिति किसी से छुपी नहीं है। कर्ज के सहारे नागरिकों को रोटी परोसने वाला पाकिस्तान की मौजूदा हालात ये हो गए हैं कि अगले 1-2 महीने तक अगर पाकिस्तान को कर्ज नहीं मिला तो पाकिस्तानी आवाम को खाने के लाले पड़ जाएंगे। आटे की किल्लत, तेल की कमी और पैसे का संकट पाकिस्तानियों पर इस कदर छा गया है कि अब सरकार को ऐसे फैसले लेने पड़ सकते हैं जिसकी कभी कोई पाकिस्तानी सपने में भी नहीं सोचा होगा। बात करें अदाणी की समूह की तो, अगर अदाणी को हुए घाटे की तुलना पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था से करें तो पाकिस्तान का विदेशी कर्ज लगभग 121.75 अरब अमेरिकी डॉलर का है। यानी जितने में पाकिस्तान अपना कर्ज चुका ले, उससे अधिक को अडानी पिछले एक महीने में गंवा चुके हैं।