इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
I-Stem Mobile App : सामाजिक, आर्थिक और व्यवसायिक भागीदारी के मामले में दिव्यांगों का प्रतिनिधित्व हमारे देश में बेहद कम है। हालांकि नई तकनीक की मदद से अब इस श्रेणी के लोग भी उच्च पदों पर पहुंचने लगे हैं, लेकिन इसकी प्रक्रिया काफी धीमी है। दिल्ली स्थित आई-स्टेम का मकसद है कि ऐसे अवसर बढ़ें और इस बदलाव में तेजी आए। इसी मिशन को आगे बढाते हुए आई-स्टेम ने अपने पांचवें वर्ष में आईबीआईएस एयरोसिटी, नई दिल्ली में दो दिवसीय वार्षिक श्समावेशी स्टेम कॉन्फ्लुएंस 2022 का आयोजन किया।
इस अवसर पर दिव्यांगों के लिए और उनके द्वारा विकसित आई-स्टेम मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया। गौरतलब है कि यह ऐप नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल कर दिव्यांगों के लिए कठिन सामग्री को आसान और इस्तेमाल करने लायक बनाने की कोशिश की गई है। इस मौके पर इसके सह-संस्थापक व डायरेक्ट र कार्तिक साहनी, शकुल राज सोणकर और सुनील चैधरी मौजूद थे।
कार्तिक साहनी ने इस ऐप की खासियतों के बारे में बताया कि, आई-स्टेम मोबाइल ऐप दिव्यांगों के सामने आने वाली कठिनाइयों को दूर करने में मदद करेगा, साथ ही उनकी डिजिटल जानकारी भी बढ़ाएगा। जैसे नोटिस, रिपोर्ट, शोधपत्र आदि जिनकी भाषा आमतौर पर काफी मुश्किल होती है। इस ऐप को जीएसएमए इनोवेशन फंड से अनुदान की मदद से विकसित किया गया है। असिस्टिव टेक के लिए विकसित इस ऐप के निर्माण में फॉरेन, कॉमनवेल्थ और डेवलपमेंट आॅफिस का सहयोग भी शामिल है।
आई स्टे्म के दूसरे सह संस्थोपक सुनील चैधरी ने बताया कि ऐप लॉन्च के अलावा, यह कार्यक्रम देश भर के दिव्यांगों और कॉरपोरेट्स को एक साथ जोडने का काम करेगा। इस सेशन में मुख्यक रूप से आई स्टेम के डायरेक्टभर शकुल राज सोणकर ने इस परिचर्चा में मौजूद अमर जैन, ज्योति गुप्ता, सदफ खान ओर अजय मिनोचा से उनके अनुभवों के बारे में पूछा। सभी ने ने कहा कि दिव्यांग होने भर से उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी का सामना नहीं करनी पडी है। (I-Stem Mobile App)