India Investment In Gold: देशवासियों के लिए सोना न केवल एक कीमती धातु है बल्कि एक शुभ धातु भी है। देश में अधिकतर लोग गोल्ड में ही निवेश करते हैं। इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें यह बताया जा रहा है कि दुनिया में सोने की खरीदारी को लेकर भारत चौथे पायदान पर आ गया है।
बता दें कि भारत में सोने को रिजर्व के रूप में माना जाता है, जो मुद्रास्फीति, अस्थिरता के खिलाफ उपयोग में लाया जाता है। क्रिप्टोकरंसी में उतार-चढ़ाव को देख लोगों के बीच डर का माहौल पैदा हो गया है जिसके चलते कई देशों ने ज्यादा से ज्यादा सोना खरीदना शुरू कर दिया है। ताकि वह इसका उपयोग आने वाली आर्थिक दिक्कतों में सुधार के रूप में कर सकें।
दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों ने बताया कि जनवरी-सितंबर 2022 की अवधि के बीच सोने की खरीद ने रिकॉर्ड ऊंचाई को छू लिया है। सिर्फ तीसरी तिमाही (Q3) में सभी ने मिलकर 670 टन पीली धातु की खरीदी की है साथ ही अतिरिक्त, वैश्विक स्तर पर एक-चौथाई केंद्रीय बैंक इस साल पीली धातु खरीदने का इरादा रखते हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेरोधा के सह-संस्थापक नितिन कामथ (Zerodha Co-Founder Nitin Kamath) ने एक निवेश के रूप में सोने पर अपने विचार पेश किए है। उन्होनें कहा कि ‘नया 9 दिन पुराना 100 दिन’, स्मार्ट मनी का पालन करना हमेशा एक अच्छा विचार है. मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में सोने का ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर हुआ है, देश में सोने की खरीदारी जमकर हो रही है।
वहीं कामथ की रिपोर्ट्स के अनुसार, तुर्की साल 2022 में सबसे ज्यादा सोना खरीदाने वाले देशों में शीर्ष पायदान पर आ गया है। इस देश में जनवरी-सितंबर तिमाही के दौरान 94.63 टन पीली धातु खरीदी, जो मिस्र द्वारा खरीदे 44.41 टन से दोगुने से भी अधिक है। इसी अवधि के दौरान 31.25 टन सोने की खरीद के साथ भारत इराक के बाद चौथे स्थान पर आ गया है। भारत अपने विदेशी मुद्रा भंडार और मुद्रा में किसी भी गिरावट को कम करने के लिए पीली धातु को शामिल कर रहा है। नवंबर 2022 में, कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने की हिस्सेदारी 7.26 प्रतिशत थी।
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