Job Loss Insurance: पिछले दो सालों में देश और दुनिया को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है। पहले कोरोना महामारी और अब रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वैश्विक रूप से नौकरियों में संकट पैदा हो गया है। आर्थिक संकट की वजह से कंपनियां अपने कर्मियों की छंटनी कर रही है। ऐसे में नौकरी न होने की स्थिति में घर के खर्च, रेंट और ईएमआई की टेंशन होना लाजमी है। इस टेंशन से बचने के लिए आप अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए जॉब इंश्योरेंस पॉलिसी ले सकते हैं।
जॉब इंश्योरेंस लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस की तरह ही होता है। इस पॉलिसी के तहत नौकरी जाने की स्थिति वाले पॉलिसी होल्डर को इंश्योरेंस कवर का लाभ मिलता है। आप जनरल इंश्योरेंस या टर्म इंश्योरेंस के साथ ही अलग से कुछ शुल्क देकर इस इंश्योरेंस कवर का लाभ ले सकते हैं। अगर आपको कंपनी के दिए गए टर्म और कंडीशन के कारण नौकरी चली जाती है तो ऐसी स्थिति में आप बीमा क्लेम करके कवर प्राप्त कर सकते हैं।
आपको बता दें कि भारत में इस तरह की कोई पॉलिसी नहीं दी जाती है। लेकिन आप इसे बाकी टर्म या जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ अलग से शुल्क देकर ऐड करवा सकते हैं। ध्यान देने वाली बात ये है कि आपको राइडर कवर की तरह ही इसके लिए अलग से पैसे देने होंगे। इसके साथ ही अलग-अलग कंपनियों की टर्म और कंडीशन अलग-अलग होती है।
1. यदि पॉलिसी होल्डर नौकरी चले जाने की स्थिति में है तो इस बीमा से कंपनी उसे निश्चित वक्त तक आर्थिक मदद देती है।
2. वहीं कुछ समय के लिए आपको घर के खर्च चलाने के लिए दूसरा इनकम सोर्स देता है।
3. इस पॉलिसी में कबर और राशि कंपनी द्वारा ही तय किया जाता है। ऐसे में टर्म और कंडीशन को अच्छी तरह से चेक करवा लें।
4. अगर आप कंपनी से भ्रष्टाचार या किसी गलत काम के कारण निकाले गए हैं तो ऐसे में आपको इंश्योरेंस कवर का लाभ नहीं मिलेगा।
5. वहीं अस्थाई तौर नौकरी करने वालों को इस इंश्योरेंस कवर का लाभ नहीं मिलता है।
अगर आपकी अचानक से नौकरी चली गई है तो आप अपने रोजगार से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट को लेकर इंश्योरेंस कंपनी को क्लेम करें। इसके बाद कंपनी इस पूरे क्लेम को वेरिफाई करेगी। जिसके बाद आपको यह क्लेम दिया जाएगा। ध्यान रखें कि यह इंश्योरेंस पॉलिसी एक अस्थाई राहत है, लेकिन बिना इनकम के यह आपको बढ़ते खर्च के बीच राहत दे सकती है।
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