Railway Ministry Tweet:
भारतीय रेल मंत्रालय ने आज ट्विटर के माध्यम से एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें मंत्रालय ने ऑटोमैटिक कोच वॉशिंग प्लांट के बारे में बताया है। इस ट्वीट के माध्यम से रेलवे ने बताया है कि आधुनिक ऑटोमैटिक कोच वॉशिंग प्लांट के जरिए रेलवे पानी बचाने और संसाधनों के टिकाऊ इस्तेमाल को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा काम कर रहा है। भारतीय रेलवे इस वॉशिंग प्लांट की मदद से कोच धोने की प्रक्रिया में लगने वाला समय और पानी दोनों को ही बचत कर रहा है।
ट्वीट में क्या कहा?
रेल मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से वॉशिंग प्लांट की वीडियो को पोस्ट किया गया है जिसमें कहा गया है कि भारतीय रेलवे ऑटोमैटिक कोच वॉशिंग प्लांट के जरिए अपने संकल्पों को साकार कर रहा है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि रेलवे के कुछ कोच ऑटोमैटिक कोच वॉशिंग प्लांट के बीच से होकर गुजर रहे हैं और इनकी पानी और ब्रश के जरिए गहरी सफाई बड़ी आसानी से हो रही है साथ ही ट्रेन के निचले हिस्से में भी अच्छे से सफाई हो रही है।
टॉयलेट की सफाई होगी संक्रमण मुक्त
प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ट्रेन के टॉयलेट के निचले हिस्से को भी जल्द से जल्द साफ कर देता है साथ ही इसे संक्रमण मुक्त (Infection Free) करता है। पहले की परंपरागत सफाई में ऐसा नहीं हो पाता था। भारतीय रेलवे की यह कोशिश है कि इस तरह के ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट को पूरे देश में लगाया जाए। इससे समय और पानी दोनों की बचत होगी। आपको बता दें कि रेलवे में इस कोच वाशिंग प्लांट को सबसे पहले दक्षिण पूर्व रेलवे यानी की South Eastern Railways जोन में लगाया गया है इसके साथ ही अब इनकी संख्या में बढ़ोतरी कर रही है।
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