RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 50 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ाने का फैसला लिया है। आरबीआई के इस फैसले के बाद रेपो रेट की दर 4.9% से बढ़कर 5.40% हो गई है। केंन्द्रीय बैंक की ओर से कहा गया है कि फैसला वर्तमान प्रभाव से ही लागू होगा। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस फैसले की जानकारी दी है। इससे पहले बीते तीन अगस्त से इस मामले पर आरबीआई की समिति इस मसले पर मंथन कर रही थी।
रेपो रेट में इस बढ़ोतरी का बोझ बैंक अपने ग्राहकों पर डालेंगे तो इससे सीधे-सीधे लोन की किस्त बढ़ जाएगी। यानी होम लोन के साथ-साथ आपके पर्सनल लोन और यहां तक कि ऑटो लोन की ईएमआई में भी इजाफा होगा। उदाहरण के लिए अगर आपने 20 लाख रुपये का होम लोन लिया है और उसकी अवधि 20 साल की है तो आपकी किस्त 16,112 रुपये से बढ़कर 16,729 रुपये पर पहुंच जाएगी।
RBI के द्वारा रेपो रेटे में हुए इजाफे के साथ ही यह दर अगस्त 2019 के बाद सबसे अधिक हो गई है। यानी कहा जा सकता है कि रेपो रेट अब कोरोना महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच गई है। बताते चलें कि RBI पहले ही ये ऐलान कर चुका था कि वो धीरे-धीरे अपने उदार रुख को वापस लेगा। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2023 के लिए देश के सकल घरेल उत्पाद के ग्रोथ अनुमान को 7.2% पर बरकरार रखा है। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी और बैंक रेट्स को 5.15% से बढ़ाकर 5.65% किया गया है।
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