Studying Abroad Insurance: क्या आप या आपके परिवार का कोई सदस्य विदेश जाकर पढ़ाई करने वाले हैं? तो ये खबर आपके लिए बढ़े ही काम की साबित हो सकती है। दरअसल, विदेश जाकर पढ़ाई करने वालों के पास ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी होना जरूरी होता है। यह एक गंभीर बीमारी जैसी दुर्घटना के समय आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध कराता है। यह न केवल अत्यधिक चिकित्सा लागत को कवर करता है बल्कि पासपोर्ट खोना, फ्लाइट में देरी, इंडीविजुअल लायबिलिटी जैसे कई खर्चों को भी कवर करता है।
एक पॉलिसी सूत्र का कहना है कि विदेश में पढ़ाई करने जा रहें छात्रों को स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस खरीदने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह न केवल छात्रों को पासपोर्ट के लॉस, फ्लाइट में देरी और सामान के नुकसान के खिलाफ बीमा कवर उपलब्ध कराता बल्कि अगर वे विदेश में रहने के दौरान किसी परेशानी में पड़ जाते हैं तो उनके लिए सुरक्षा लेयर के रूप में भी काम करता है। आइए आपको बतातें है कि भारत में इससे जुड़ी कौन-कौन सी पॉलिसी हैं।
बजाज की यह पॉलिसी मेडिकल खर्च और दुर्घटना कवर, परिवार की यात्रा, प्रायोजक दुर्घटना कवर और पूरे वर्ष के लिए एक पॉलिसी जैसे जोखिमों को कवर करती है।
वहीं यह इंश्योरेंस दुर्घटनाओं और बीमारियों, कंपेशनेट विजीट, अध्ययन में रुकावट, यात्रा सहायता, अपहरण कवर, व्यक्तिगत देनदारियों, सामान की हानि या देरी के लिए कवर प्रदान करता है। इस पॉलिसी को आप भले ही रुपये में खरीदें लेकिन इसका कवरेज डॉलर में दिया जाता है।
इस प्लान को फ्यूचर स्टूडेंट सुरक्षा के रूप में भी जाना जाता है। यह मेडिकल खर्च, ट्यूशन फीस रीम्बर्समेंट, पासपोर्ट की हानि, सामान में देरी, सामान की हानि और स्पांसर प्रोटेक्शन उपलब्ध कराता है।
इसमें आपातकालीन अस्पताल में भर्ती, पहले से मौजूद बीमारियों, स्वदेश में उपचार, मेडिकल इवैकुएशन, अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस की हानि, अध्ययन में रूकावट आदि होने पर सुरक्षा प्रदान कराई जाती है।
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