India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Crime: दिल्ली में एक गैंग, ATM मशीनों से छेड़छाड़ करके लोगों के अकाउंट से पैसे लूट रहा है। इस खतरनाक बदमाश गैंग की गतिविधियों की सूचना पुलिस को मिली है। गौतम नगर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से लोगों ने इस गैंग को ATM मशीनों में छेड़छाड़ करते हुए देखा है। जब गौतम नगर के एक एटीएम मशीन के पास लोगों ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, तो एक बदमाश ने पिस्टल निकाल ली और हवाई फायरिंग कर दी। इस घटना के बाद, लोगों ने खुद को सुरक्षित रखने के लिए दूरी बनाई और बदमाश फरार हो गए। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पुलिस को सूचित करें।
इस घटना की रिपोर्ट लोगों ने पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंची और देखा कि कुछ लोगों ने ATM मशीनों में छेड़छाड़ की कोशिश की है। जब उन्होंने इसके बारे में पूछताछ की, तो बदमाश भागने लगे। एक बदमाश ने हवाई फायरिंग की और लोगों को डरा दिया। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पुलिस को सूचित करें।
पुलिस ने वारदात के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिससे बदमाशों की पहचान में मदद मिली। इसके अलावा, पुलिस ने बदमाशों के आने-जाने के रास्ते को भी ट्रैस किया और कई जगहों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इस प्रक्रिया के दौरान, पुलिस को पता चला कि इस वारदात में तीन बदमाश शामिल थे। पुलिस अब इन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एक्शन की तैयारी में है। लोगों से अपील की गई है कि वे अपनी सुरक्षा को मजबूत करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पुलिस को सूचित करें।
गौतम नगर में एटीएम मशीनों की छेड़छाड़ में पकड़े गए तीन बदमाशों की पहचान हो गई है। इनमें विशाल नेगी, अमित मेहरा और विजय कुमार शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, इन बदमाशों के पास एटीएम मशीन में सेंध लगाने के औजार और पांच कार्ड बरामद किए गए हैं। साथ ही, एक पिस्टल भी बरामद की गई है, जिससे इन बदमाशों ने हाल ही में गौतम नगर में गोली चलाई थी।
इन अपराधियों का कामकाज भी बेहद शातिर था। इन बदमाशों ने बेहद ही चालाक तरीके से काम किया। उन्होंने एटीएम मशीनों के कार्ड रीडर को गायब कर दिया था। जैसे ही कोई अपना कार्ड मशीन में डालता, उसका कार्ड मशीन के अंदर ही फंस जाता, क्योंकि कार्ड रीड नहीं होता। फिर बदमाशों में से एक व्यक्ति आगे आकर मदद के नाम पर कस्टमर से पिन मांगता, जिसे वह याद कर लेते थे। लेकिन बाहर कार्ड निकलने के बाद, बदमाश उसकी जानकारी डालकर पूरा अकाउंट खाली कर देते थे। इस धोखाधड़ी की पहचान पुलिस को काफी समय लगा, लेकिन उन्होंने इसे सफलतापूर्वक अनावरण किया।
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