India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Crime: 14 साल पहले आनंद विहार इलाके में हुई नृशंस हत्या के एक आरोपी को क्राइम ब्रांच ने बिहार के पटना से गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान धर्मवीर (35) के रूप में हुई है। दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। फरारी के दौरान वह 2013 से पटना में अनुबंध के तहत कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा था। उसने अपने परिवार को अपने मूल गांव से दूर बसाया, जिससे वह 14 वर्षों तक अपनी पहचान छिपाने में सफल रहा। इस मामले में पांच आरोपियों को 2014 में उम्रकैद की सजा दी गई थी।
आए दिन पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ की खबरें आती रहती हैं। डकैती करने वाले बदमाशों और अपराधियों के गुर्गे पुलिस पर फायरिंग करने से नहीं हिचकिचाते। पुलिस को आत्मरक्षा में उन पर गोली चलानी पड़ी। इस साल ढाई महीने में दिल्ली पुलिस ने 10 ऐसे एनकाउंटर किए, जिसमें पुलिस ने 15 अपराधियों को ‘पंगु’ कर दिया।
एक आला पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पुलिस को मानवाधिकार समेत सभी कानूनी पहलुओं का ख्याल रखना होगा। खूंखार अपराधियों को बिना खून-खराबा किए काबू करने की हमेशा कोशिश रहती है, लेकिन अपराधी गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर फायरिंग कर देते हैं। पुलिस के पास आत्मरक्षा में गोली चलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। इसलिए उनके पैर में गोली मारी जाती है।
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पुलिस का कहना है कि जेलों में बैठे बदमाशों को ‘हीरो’ मानकर नए लड़के अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं। सोशल मीडिया पर हिट होने के लिए वे कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। उनके पास खोने के लिए कुछ नहीं है। वे पुलिस पर फायरिंग करने में जरा भी देरी नहीं करते। ऐसे में बेहद सतर्क रहना होगा। इसलिए निशाने पर हमेशा बदमाशों के पैर ही होते हैं।
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