India News(इंडिया न्यूज): आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले की मरम्मत की जांच कर रहे सतर्कता अधिकारी राजशेखर को दिए गए अलग अलग तमाम पद वापस ले लिए गए है. राजशेखर पर आरोप लगा हुआ है कि वह जबरन वसूली का रैकेट चला रहे है, जिसकी विशेष जांच की आवश्यक्ता है. इसलिए उनसे सभी पद वापस लिए जा रहे हैं.
इस विषय पर जब अधिकारी से संपर्क किया गया तब उन्होंने कहा कि हाम ऐसी रिपोर्ट तो आई है, आगे उन्होंने कहा कि मंत्री के रिपोर्ट के संबंध में हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दिया है, आगे जो भगवान मर्जी होगी, वही होगा. आधिकारिक नोट में लिखा गया है, ‘‘ऐसी शिकायतें हैं, कि राजशेखर जबरन वसूली का रैकेट चला रहे हैं और रंगदारी की मांग कर रहे हैं. यह आरोप काफी गंभीर है, जिसकी विस्तार से जांच किए जाने की आवश्यकता है…इसलिए, राजशेखर को सौंपे गए सभी कार्य वापस लिए जाते हैं.”
इस मामले पर वरिष्ठ अधिकारी राजशेखर ने कहा कि उन्हें कानून के नियमों और फाइल पर उपलब्ध दस्तावेजों और रिकॉर्ड के अनुसार अपने कर्तव्यों का निष्पक्ष निर्वहन करने की अनुमति दी जानी चाहिए. राजशेखर ने रेखांकित किया है कि केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल और नियमावली के अनुसार सतर्कता पूछताछ की जाती है.
सूत्रों के मुताबिक यह बात भी सामने आई है कि मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि राजशेकर के घर सबूतों को इकाट्ठा किया जाए और जांच की जाए कि क्या वें जबरन वसूली जैसी गतिविधि में शामिल है?