दिल्ली पुलिस सावन के इस पावन माह में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर भी काफी सतर्क है। पुलिस ने कावंड़ियों के लिए जगह-जगह पर सुरक्षा के इंतजाम किए हुए हैं। दो साल बाद सावने के इस महीने में दूबारा कावंड़ यात्रा हो रही है और इस साल की यात्रा में ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है। वहीं दिल्ली प्रशासन भी इस यात्रा को लेकर सतर्क है, दिल्ली प्रशासन की तरफ से 2,000 से अधिक दिल्ली ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को कांवड़ तीर्थयात्रियों और वाहनों के सुचारू रूप से चलान के लिए तैनात किया जाएगा।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे शाहदरा जिलों में विभिन्न रास्तों पर तैनात रहेंगे। जिससे कांवड़ यात्रियों को किसी भी तरह की परेशानी न उठानी पड़े। ट्रैफिक कर्मियों के अलावा दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के सुरक्षा अधिकारी भी दिल्ली के पूर्वी हिस्सों में मौजूद रहेंगे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक कांवड़ तीर्थयात्रियों की सुविधा और उनके ठहरने के लिए अब तक 338 कांवड़ियों के शिविरों को मंजूरी दे दी गई है और ये शिविर पूर्वी दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर स्थापित किए जा रहे हैं।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस उपायुक्त राम गोपाल नाइक ने कांवड़ यात्रा के बारे में बताया कि 338 शिविरों में से 172 सरकार द्वारा अनुमोदित किए गए हैं, जिनमें 9 सुरक्षा शिविर शामिल हैं, वहीं 157 निजी शिविर शामिल हैं। इसके साथ ही वरिष्ठ यातायात पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कांवड़ियों के लिए पहले से ही निश्चिति रास्तों पर अलग से लेन बनाई गई है और किसी भी वाहन को उन लेनों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिलेगी।
शिविरों में सुरक्षा और सुविधाओं के लिए तीनों जिलों के डीसीपी ने कहा कि सभी शिविरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, इसके अलावा एक लॉगबुक भी लगाई जा रही है जिसमें शिविरों में प्रवेश करने और बाहर निकलने वाले कांवड़ियों का डाटा होगा। साथ ही कांवड़ियों के लिए शिविरों में चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी।
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