इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
सीबीआई के चार सब इंस्पेक्टरों ने आइटी पार्क स्थित एक फर्म कंपनी के दफ्तर में मंगलवार देर रात जबरन घुसकर फर्म के पार्टनर के खिलाफ गंभीर मामले में संलिप्त होने के सबूत होने का हवाला देकर 25 लाख रुपये मांगने के मामले में सीबीआई के चार सब इंस्पेक्टरों को विभाग ने तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। जांच एजेंसी ने उन पर केस भी दर्ज कर लिया है। आरोपितों की पहचान एसआइ प्रदीप राणा, अंकुर कुमार, अकाश अहलावत और सुमित गुप्ता के तौर पर हुई हैं। इनके साथ दो निजी व्यक्ति भी वारदात में शामिल हैं, जिनकी सीबीआई पहचान कर गिरफ्तार करने में लगी हुई है। चारों को चंडीगढ़ के सीबीआइ कोर्ट में पेश करने लेकर टीम पहुंच गई है।
मिली जानकारी के अनुसार आइटी पार्क स्थित एक फर्म को पार्टनरशीप में संचालित करने वाले बिजनेसमैन के साथ चार सीबीआई एसआई सहित छह आरोपितों ने 25 लाख रुपये की मांग की थी। सभी जबरन आइटी पार्क स्थित दफ्तर में घुसकर बिजनसमैन को गाड़ी में बिठाकर ले गए थे। वहां पर उसके खिलाफ संदिग्ध गतिविधियों में सबूत होने का हवाला देकर गिरफ्तारी का डर दिखाया और इसके बाद आरोपितों ने उससे 25 लाख रुपये की मांग कर छोड़ने का आफर कर दिया। इसी बात को लेकर विवाद होने पर उसके दफ्तर से किसी ने चंडीगढ़ पुलिस कंट्रोल रूम में लड़ाई-झगड़ा कर अपहरण करने की सूचना दे दी।
मामले की सूचना मिलते ही एसएसपी कुलदीप सिंह चहल सहित सभी थानों की पुलिस सक्रिय हो गई। चार सीबीआई एसआई को सेक्टर-26 थाना पुलिस ने बापूधाम लाइट प्वाइंट के समीप दबोच लिया। मौके पर पूछताछ में आनाकानी करने वाले आरोपितों ने थाने आकर खुद को सीबीआइ अधिकारी बताकर धौंस दिखाई। इस पर पुलिस अधिकारियों ने चंडीगढ़ सीबीआई को सूचना देकर आरोपितों को शिनाख्त करने की गुजारिश की।
इस पर सेक्टर-26 थाना पहुंची सीबीआई की टीम ने आरोपितों की पहचान कर हिरासत में ले लिया। देर रात तक चलने वाली इस प्रक्रिया के बाद दिल्ली सीबीआई में तैनात सभी चार सब इंस्पेक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार करने के साथ उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने सख्त एक्शन लिया है। सभी चारों आरोपी तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिए गए है।