इंडिया न्यूज, गुरुग्राम न्यूज। जिला में बच्चों, किशोरों व युवाओं को कृमि रोग से सुरक्षित रखने के लिए 23 से 29 मई के बीच संचालित होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
एडीसी ने बैठक में उपस्थित विभिन्न विभागों व निजी स्कूल के प्रतिनिधियों को इस अभियान को सफल बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि कृमि संक्रमण से बच्चों के स्वास्थ्य पर अनेक हानिकारक प्रभाव होते हैं, जिससे बच्चा कुपोषण, खून की कमी, भूख न लगना, बेचैनी, पेट में सूजन, उल्टी दस्त से परेशान रहता है।
ऐसे में उपरोक्त अभियान के तहत कृमि संक्रमण से बचने के लिए कृमि नियंत्रण की दवाई एल्बेंडाजोल की टेबलेट्स स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से नि:शुल्क दी जाएगी। वहीं जिला में डोर-टू-डोर अभियान चलाने के साथ साथ स्कूलों में भी विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने सभी अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि इस अभियान को शत प्रतिशत सफल बनाने में अपना योगदान अवश्य दे।
जिला सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने बताया कि अभियान के तहत डोर टू डोर के माध्यम से जिला में एक वर्ष से 29 वर्ष की आयु वर्ग के 5 लाख 50 हजार बच्चों व प्रजनन आयु वर्ग यानी 20 से 24 वर्ष की 99 हजार 200 महिलाओं तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि अभियान को 2 राउंड में विभाजित किया है। पहला राउंड 23 से 26 मई के बीच होगा जिसमें निर्धारित लक्ष्य की शत-प्रतिशत प्राप्ति के लिए गम्भीरता से कार्य किया जाएगा। इसके बावजूद यदि कोई बच्चा अथवा महिला पहले राउंड में छूट जाता है तो उसकी पहचान कर उनको 27 से 29 मई के बीच दूसरे राउंड में शामिल किया जाएगा।
बैठक में उपरोक्त अभियान के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. शैलेन्द्र ने कहा कि जिला का कोई भी बच्चा इस अभियान से अछूता ना रहे। इस अवसर पर डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. एमपी सिंह, डॉ. जयप्रकाश, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी नेहा दहिया, सहित विभिन्न सरकारी व निजी स्कूलों के पदाधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।