दिल्ली महिला आयोग(डीडब्ल्यूसी) की प्रमुख स्वाति मालीवाल के नेतृत्व में औचक निरीक्षण के बाद मध्य दिल्ली में जीबी पंत अस्पताल के सामने एक सार्वजनिक शौचालय में पड़ा करीब 50 लीटर तेजाब जब्त किया गया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मामले पर डीडब्ल्यूसी की अध्य़क्ष मालीवाल ने दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों को भी समन जारी किया और उन्हें 11 अप्रैल को आयोग के समक्ष मामले के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट के साथ उपस्थित होने के लिए कहा।
साथ ही, उन्होंने कहा कि दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं और लड़कियों के लिए सार्वजनिक शौचालयों से संबंधित मुद्दों की शिकायतों के बाद गुरुवार रात निरीक्षण किया गया। इस दौरान हमने जो पाया वह हैरान व दंग कर देने वाला है।
मालीवाल ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया जिसमें उन्हें सार्वजनिक शौचालय के कर्मचारियों को तेजाब मिलने पर डांटते हुए देखा जा सकता है।दरियागंज में शौचालय की जांच के दौरान कल रात जो मिला उसे देखकर आप दंग रह जाएंगे। मध्य दिल्ली के एक शौचालय में 50 लीटर तेजाब खुले में पड़ा मिला।
मालीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, “सोचिए कि कितनी जिंदगियां बर्बाद हो सकती थीं। पुलिस को बुलाया गया और एसिड को जब्त कर लिया गया। हम एमसीडी से जवाब मांग रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
मामले पर सफाई देते हुए केयरटेकर ने बताया कि तेजाब का इस्तेमाल शौचालयों की सफाई के लिए किया जा रहा था।
इस पर, आयोग ने सार्वजनिक शौचालयों की सफाई के लिए एसिड के उपयोग के कारणों के साथ-साथ सार्वजनिक शौचालयों में एसिड के इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछा है।
मामले पर दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक शौचालय से 50 लीटर तेजाब की एक कैन जब्त की गई है। हमने एक डेली डायरी (डीडी) दर्ज की है और इसके बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट सब डिविजनल मजिस्ट्रेट को सौंपेंगे।
अधिकारी ने आगे कहा है कि डीसीडब्ल्यू के अनुसार, दरियागंज क्षेत्र में एमसीडी शौचालयों के निरीक्षण के दौरान, आयोग ने पाया कि रात 10 बजे बंद शौचालय का उपयोग करने पर हर बार उपयोगकर्ताओं से 10 रुपये वसूले जा रहे थे, जिससे महिलाएं और लड़कियां खुले में शौच जैसे कठिनाईयों का समाना करना पड़ा।