India News (इंडिया न्यूज़) : कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की दिल्ली में कल यानि बुधवार को संगठन की मजबूती और आगामी चुनावों को लेकर बैठक हुई। सामने आई जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेताओं की बैठक करीब तीन घंटे तक चली। जिसमें राहुल गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, केसी वेणुगोपाल और दीपक बाबरिया मौजूद रहे। बैठक से बाहर आने के बाद कांग्रेस नेता अलका लांबा ने मिडीया से बातचीत में कहा कि पार्टी ने हमें आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी करने को कहा है। यह निर्णय लिया गया है कि दिल्ली में सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। अलका लांबा ने जैसे ही यह बयान दिया, उनके इस बयान ने बवाल मचा दिया। उनके बयान से इंडिया गठबंधन टूटने का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। राजनितिक गलियारों में इस बात की चर्चा जोरो पर है। हालाँकि, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने अलका लांबा का सपोर्ट किया है। उन्होंने अलका लांबा को सपोर्ट करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) को भी आड़े हाथ लिया है।
बता दें, अलका लाम्बा के बयान का कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने बचाव करते हुए कहा है कि, “आम आदमी पार्टी बेवकूफों की फौज है। दुनिया को धोखा देते हैं इसलिए हर जगह धोखा नजर आता है। अलका लांबा ने क्या गलत कहा! सातों सीटों पर तैयारी करने की बात में गलत क्या है? बिना तैयारी के चुनाव कैसे लड़ेंगे? अगर गठबंधन हुआ तो हमारी तैयारी का लाभ दूसरी पार्टी को भी मिलेगा। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी ने अलका लांबा के बयान का खंडन इसलिए किया क्योंकि धारणा बन रही थी कि अलका लांबा ने कांग्रेस के सातों सीटों पर लड़ने का एलान कर दिया है। आम आदमी पार्टी से गठबंधन पर अलग राय लेकिन पार्टी जो तय करेगी उसे सब मानेंगे।”
बता दें, अलका लांबा के इस बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन छोड़ने की धमकी दी है। आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, “जब कांग्रेस गठबंधन नहीं करना चाहती तो फिर मुंबई में 31 अगस्त और एक सितंबर को होने वाली विपक्षी गठबंधन की बैठक में आप के शामिल होने का कोई मतलब नहीं है। यह समय की बर्बादी है। हमारी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि इंडिया गठबंधन की अगली बैठक में शामिल होना है या नहीं।
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