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डीएलएफ फेज-1 थाना में नवकल्प के साथ एसीपी ने लगाए दाना-पानी के घोंसले

• LAST UPDATED : May 15, 2022

इंडिया न्यूज, Gurugram Navkalp Foundation News :  नवकल्प फाउंडेशन की ओर से रविवार को डीएलएफ फेज-1 के पुलिस थाना में एसीपी संजीव बल्हारा के हाथों ये घोंसले लगवाए गए। एसीपी ने स्टाफ के सभी सदस्यों को निर्देश भी दिए कि इनमें नियमित तौर पर दाना-पानी डालकर पक्षियों का जीवन बचाने में सहयोग करें। यह पुण्य का कार्य है।

नवकल्प फाउंडेशन ने दाना-पानी घोसला लगाने का शुरू किया है अभियान

घोंसले लगाने के बाद एसीपी ईस्ट संजीव बल्हारा ने बताया कि नवकल्प फाउंडेशन पंछियों के लिए दाना-पानी घोंसला लगाने का जो अभियान शुरू किया है यह सबसे अलग काम है। हर कोई इस तरह की सोच नहीं रखता या इस तरह का कोई प्रयास नहीं करता। उन्होंने आगे कहा कि अक्सर इंसानों की सहायता के लिए लोग आगे आते रहते हैं। लेकिन पक्षियों के लिए इस तरह का पहल न के बराबर है।

उन्होंने इसके लिए नवकल्प की टीम को बधाई दी तथा कहा कि इस भयंकर गर्मी में इस तरह का कार्य करना वास्तव में काफी नेक कार्य है। उन्होंने संस्था से आग्रह किया कि वे गुरुग्राम के सभी पुलिस थानों में दाना-पानी घोंसला लगवाएं। इस अवसर पर नवकल्प के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, एसएचओ दिनेश कुमार, एमएचसी गजेंद्र व अन्य पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। फाउंडर अनिल आर्य ने सभी का आभार व्यक्त किया।

लगातार आ रही है घोंसलों की डिमांड : प्रवीण अग्रवाल

नवकल्प फाउंडेशन के उपाध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि दाना-पानी घोंसले को लेकर शहरभर से उनके पास कॉल आ रहे हैं। लोगों में इसके प्रति जागरुकता आई है। इसके पहले इस तरह का सोच किसी ने नहीं सोचा था। लोग अपने घरों की छतों पर दाना-पानी रखना भूल जाते थे, लेकिन अब लोगों ने नवकल्प की टीम के साथ सम्पर्क करके दाना-पानी घोंसले लगवाए हैं। यह सकरात्मक पहल है।

घोंसलों को प्राकृतिक लुक देने का प्रयास: डा. सुनील आर्य

नवकल्प फाउंडेशन के महासचिव डा. सुनील आर्य ने कहा कि संस्था की ओर से तीन साल पहले एक प्रण लिया गया था कि शरीर के अंदर तक झुलसाने वाली भीषण गर्मी में भूखे-प्यासे पंछियों के लिए दाना-पानी और आश्रय की व्यवस्था की जाएगी। इसके बाद इसका पहल किया गया। इस पहल के तहत दो साल पहले टीन के करीब 600 दाना-पानी बॉक्स वितरित किया गया। फिर सोचा गया कि टीन के बॉक्स शीघ्र गर्म हो जाते हैं। इतना ही नहीं उसमें रखा दाना पानी भी गर्म हो जाता है। ऐसे में बदलाव करके दाना-पानी बॉक्स के स्थान पर दाना-पानी के घोंसले तैयार कराए गए। यानी घोंसलों को प्राकृतिक लुक देने का प्रयास किया गया।

मेफिल्ड गार्डन के एन-ब्लॉक में भी लगाए घोंसले

मेफिल्ड गार्डन के एन-ब्लॉक के सेंट्रल पार्क और आसपास घोंसले लगाए गए। इस मौके पर वहां की आरडब्ल्यूए वाइस प्रेसिडेंट प्रज्ञाश्री, पूर्व अध्यक्ष अंजू बंदूनी, मालिबु टाउन आरडब्ल्यूए की पूर्व अध्यक्ष अलका दलाल, मंजू बंदूनी, खुशप्रीत कौर, नंदिनी, अनूप गुप्ता, अरविंद गोयल, रोटेरियन रविंद्र जैन आदि उपस्थित रहे।

 

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