AIIMS: राजधानी दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के प्राइवेट वार्ड में दिए गए खाने को लेकर एक व्यक्ति ने ट्वीट करते हुए शिकायत की है। उसका कहना है कि वार्ड में एक मरीज को दिए गए खाने में कॉकरोच मिला है। एम्स प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश जारी किए हैं।
ट्विटर पर ट्वीट करते हुए साहिल जैदी नाम के एक शख्स ने एम्स को टैग किया है। उसने लिखा कि इलाज के दौरान 4 साल के बच्चे को खाना परोसा गया। इस दौरान दाल में कॉकरोच मिला था। दिल्ली में देश के सबसे प्रतिष्ठित अस्पताल में दी जाने वाली सुविधाएं बहुत ही दयनीय और भयावह हैं।
बता दें कि इससे पहले अगस्त के महीने में एम्स के रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन की ओर से एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया को पत्र लिखकर कहा गया था कि मेस के औचक निरीक्षण के दौरान खाद्य पदार्थों में कीड़े पाए गए थे। इस दौरान मेस का औचक निरीक्षण हॉस्टल वार्डन, सुरक्षा अधिकारियों और एफएसएसएआई के एक अधिकारी की मौजूदगी में आरडीए, साइंटिस्ट्स आफ यंग सोसाइटी (SYS) और एम्स स्टूडेंट्स एसोसिएशन (ASA) के प्रतिनिधियों द्वारा किया गया था।
पत्र में आरोप लगाते हुए कहा गया था कि प्रशासन ने 1 घंटे के अंदर समस्याओं का समाधान किए बिना मेस को दूबार खोल दिया। इसमें आरडीए ने साफ-सफाई की स्थिति और खाने की खराब गुणवत्ता जैसे सड़ी हुई सब्जियां, फंगस और फ्रीजर में घूम रही चींटियां, बर्तन साफ करने वाले इलाके में जिंदा चूहे, आटा भंडारण क्षेत्र में छिपकलियां और बिना दस्तानों के काम करने वाले मेस कर्मियों के बारे में भी शिकायत की थी।
आरडीए ने पत्र में लिखा, “अनियमितताएं इतनी गंभीर थीं कि उपस्थित सभी लोगों ने तर्क दिया कि अगर यह गड़बड़ी जारी रही तो यह एक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है।”
एम्स के स्टोर अधिकारी ने इसके बाद ने 27 अगस्त के दिन एक आदेश में कहा, “खाद्य सुरक्षा एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों द्वारा विभिन्न मेसों के औचक निरीक्षण के दौरान लगाए गए आरोपों के मद्देनजर मंगलवार की सुबह से हॉस्टल 7 में मेस और हॉस्टल 5 में कैफे को बंद करने का निर्णय लिया।”
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