इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
मात्र 6 साल की बेटी आद्या दुबे द्वारा लिखी गई पहली पुस्तक-आलवेज बी यूनीक का शनिवार को यहां एम्बियंस मॉल में लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर एससीईआरटी के उप-निदेशक सुनील बजाज व पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने अतिथि के रूप में उपस्थित थे। आद्या सेक्टर-15 स्थित सालवान स्कूल की छात्रा है। पहली कक्षा की छात्रा आद्या इस पुस्तक को लिखने के साथ इंडिया की यंगेस्ट लेखक बन गई हैं।
उप-निदेशक बजाज ने कहा कि जीवन में लक्ष्य और रचनात्मकता बहुत जरूरी है। किसी भी काम को करने के लिए लक्ष्य बनाना चाहिए, तभी उस काम को पूरा किया जा सकता है। लक्ष्यहीन कार्य हमेशा अधूरे रह जाते हैं। यह हमारी सोच का विकास करता है। इस अवसर पर पुलक अग्रवाल, भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य गगन गोयल, भाजपा रिटायर्ड प्रकोष्ठ से बाली पंडित, योगेश शर्मा, राजेश सिंह, धर्मेंद्र शर्मा समेत काफी लोग मौजूद रहे।
पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने कहा कि आद्या दुबे के पुस्तक लिखने जैसे बेहद ही गंभीर विषय पर इतनी गहरी सोच रखने का मतलब भविष्य में देश के लिए एक बहुत बड़ी प्रतिभा का अभी से तैयार होना है।
आद्या की इस पुस्तक के प्रकाशक इंच पेपर प्रा. लिमिटेड के चेयरमैन एवं सीईओ पुलक अग्रवाल ने बताया कि आद्या अब तक की दुनिया की सबसे कम उम्र की लेखक बनी हैं। भारत में कम उम्र में किताब लिखने का रिकॉर्ड आठ साल के बच्चे के नाम है, जबकि विश्व में 14 साल के बच्चे के नाम है। अब आद्या ने इन दोनों रिकॉर्ड को तोड़ा है। जल्द ही इस पुस्तक को रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए लिम्का बुक आफ रिकॉर्ड व गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भेजा जाएगा।
पुलक के मुताबिक इस पुस्तक को आइएसबीएन में भी पंजीकृत करवाया गया है। भारत सरकार की ओर से पुस्तक को एक विशेष नंबर जारी किया जाता है। पहले चरण में 5000 पुस्तकें छापी गई हैं। आद्या ने इस पुस्तक में लिखा है कि दुनिया का हर आदमी किसी ने किसी रूप में यूनीक होता है। हमें उस पर काम करना चाहिए। अपनी शक्ति को तलाशना चाहिए, ताकि जीवन में उसी के अनुसार दशा और दिशा तय की जा सके।
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