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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाला ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से दिल्ली को मिलेगी जाम से निजात

• LAST UPDATED : May 29, 2022

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली : दिल्ली शहर को शीघ्र ही ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलने वाली है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस जाम की समस्या खत्म करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। इस मामले में ट्रैफिक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में जाम की स्थिति में कमी लाने और वाहनों की तेज आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इंटिग्रेटिट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) शुरू करने जा रही है।

नई प्रणाली की मशीन आपातकालीन सेवा वाले वाहनों को शीघ्र उपलब्ध कराएगा रास्ता

नई प्रणाली की मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर काम करेगी। इसके साथ ही यह एंबुलेंस और दमकल जैसी आपातकालीन सेवा वाले वाहनों को शीघ्र रूप से मार्ग उपलब्ध कराने की सुविधा प्रदान करने में भी सक्षम होगी। इसके संचालन और प्रोग्रामिंग की निगरानी के लिए दिल्ली पुलिस मुख्यालय में कमांड सेंटर स्थापित किया जाएगा। जो पूरी वस्तु स्थिति पर नजर रखेगी।

सभी ट्रैफिक लाइट्स को सिंक्रनाइज करना और नियंत्रित करना है उद्देश्य

ट्रैफिक पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस परियोजना का उद्देश्य सभी ट्रैफिक लाइट्स को सिंक्रनाइज करना और सिग्नल लाइट को स्वचालित रूप से नियंत्रित करना है। आईटीएमएस वाहन चालकों को आगे किसी भी तरह की जाम की स्थिति बनने पर पहले ही डायवर्जन के लिए सावधान करेगा। इस मामले में डीसीपी (ट्रैफिक मुख्यालय-द्वितीय) एसके सिंह ने बताया कि यह प्रणाली नगर निकाय द्वारा संचालित सभी पार्किंग स्थलों से भी जुड़ी होगी ताकि वाहन चालकों को उक्त स्थान पर पहुंचने से पहले ही पार्किंग की स्थिति से अवगत हो सके। उन्होंने कहा कि वाहन चालक दिल्ली नगर निगम के मोबाइल ऐप पर अपडेट स्थिति को देख सकते हैं, जो पॉपअप संदेश प्रदर्शित करेगा। यह गूगल मैप से भी जुड़ा होगा।

इंटिग्रेटिट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए किया गया है समझौता

डीसीपी ने बताया कि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इंटिग्रेटिट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए सेंटर फॉर डेवलपमेंट आॅफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं जो कार्य को आगे परामर्शदाता को हस्तांतरित करेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में योजना शुरूआती दौर में है। अधिकारी ने कहा कि हमने परियोजना और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के लिए आठ महीने का समय दिया है। इस दौरान 42 स्थानों पर सर्वे किया जाएगा। जिसके अंतर्गत 1200 सिग्नल और 600 ब्लिंकर्स हैं। यह रिपोर्ट इस साल नवंबर में जमा की जानी है।

रिपोर्ट के आधार पर आगे की बनाई जाएगी रणनीति

इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले मुंडका स्थित एक इमारत में आग लगने से 27 लोगों की जान चली गई थी। कुछ दमकल वाहनों को वहां पहुंचने में कथित तौर पर जाम की समस्या का सामना करना पड़ा था। जिसके वजह से दमकल वाहनों को वहां पहुंचने में देरी हुई। अगर वे समय से पहुंचते तो कुछ लोगों की जान बच सकती थी। इस तरह की स्थिति से बचने के लिए नया आईटीएमएस आपातकालीन वाहनों की परेशानी मुक्त आवाजाही की सुविधा के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की जाएगी।

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