Arvind Kejriwal: बीबीसी के दिल्ली -मुंबई कार्यालयों पर इनकम टैक्स की रेड के बाद बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच तीखी राजनीतिक बयानबाजी का सिलिसला जारी है। बता दें, कल कांग्रेस ने बीसीसी दफ्तर पर इनकम टैक्स के छापे को अघोषित आपातकाल बताया था। वहीं इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी भी मुखर हो गयी है। बीबीसी दफ्तर पर हुए आईटी डिपार्टमेंट को सर्वे पर अरविन्द केजरीवाल ने प्रतिक्रिया देते पूछा है कि क्या बीजेपी पूरे देश को गुलाम बनाना चाहती है? सीएम केजरीवाल ने पूछा है कि क्या जो भी बीजेपी के खिलाफ बोलेगा आप उसके पीछे IT , सीबीआई और ED छोड़ देंगे ?
मीडिया पर हमला ‘जनता की आवाज पर हमला”
बीबीसी दफ्तर पर आईटी डिपार्टमेंट के छापे को लेकर दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा है कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और उसकी स्वतंत्रता पर हमला जनता की आवाज दबाने के बराबर है। क्या भाजपा देश की लोकतान्त्रिक व्यवस्थाओं और संस्थाओं को कुचलकर पूरे देश को अपना गुलाम बनाना चाहती हैं? वहीं इस मामले में सीएम केजरीवाल के साथ डिप्टी सीएम सिसोदिया ने भी प्रतिक्रिया दी है। सिसोदिया ने कहा है कि ” राजनितिक विरोधियों से लेकर मीडिया संस्थाओं तक जो भी साहेब की जी हुजूरी नहीं करेगा उसके पीछे केंद्रीय एजेंसिया छोड़ दी जाएगी। सिसोदिया ने यह भी कहा है कि इस सरकार में जनता राम भरोसे है।
बीबीसी पर क्या है आरोप
बता दें, बीबीसी पर आरोप है कि कंपनी ने ट्रांसफर प्राइसिंग नियमों के तहत गैर-अनुपालन, हस्तांतरण मूल्य निर्धारण मानदंडों का लगातार और जानबूझकर उल्लंघन किया है। साथ ही जानबूझकर मुनाफे की महत्वपूर्ण राशि को डायवर्ट किया। मालूम हो, भारतीय संविधान के मुताबिक, आयकर अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार कर अधिकारियों की ओर से की गई इस तरह की कार्रवाई को सर्वे कहा जाता है न कि तलाशी या छापेमारी। इस तरह के सर्वेक्षण नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं और इन्हें छापेमारी नहीं माना जाता।
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