India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Arvind Kejriwal: ईडी की तरफ से पेश किए गए वकील जुहैब हुसैन ने कोर्ट को बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में बंद होते समय आम और मिठाइयाँ खा रहे थे और चीनी के साथ चाय पी रहे थे| यह सब इसलिए हो रहा था ताकि उनके शुगर लेवल को बढ़ाया जा सके और इसे चिकित्सा आधार पर जमानत के लिए उपयोग किया जा सके। मुख्यमंत्री ने इस बात को साफ़ नकारते हुए कहा कि यह दावा गलत है, उन्होंने केवल तीन आम प्राप्त किए थे, जो भेजे गए थे गोलियों के रूप में। केजरीवाल के वकीलों ने कहा कि ईडी ट्रायल कोर्ट के सामने इस तरह की दलीलें पेश करके वह खोटी तरीके से दिवालिया खेल रहा है।
इस बात पर अदालत ने यह घोषणा की कि वह जांच करेगी कि क्या अरविंद केजरीवाल ने जब न्यायिक हिरासत में थे, तो अदालत द्वारा अनुमोदित आहार चार्ट का पालन किया था या नहीं। फिलहाल, अदालत ने अपना निर्णय स्थगित कर दिया है। फैसला सोमवार को सुनाया जाएगा। इसपर केजरीवाल के वकील ने न्यायाधीश कावेरी बावेजा के सामने यह बताया कि उन्हें जेल में भेजे गए 48 घर-निर्मित भोजन में से केवल तीन बार आम मिला था।
केजरीवाल के वकील ने न्यायाधीश कावेरी बावेजा के सामने बताया कि उन्हें जेल में भेजे गए 48 घर-निर्मित भोजन में से केवल तीन बार आम मिला था। उन्होंने कहा, “मैं आम खा रहा हूँ…मेरे भेजे गए 48 भोजनों में से केवल तीन बार आम था। वे मीडिया ट्रायल करना चाहते हैं।” उनका कहना था कि उनकी याचिका मीडिया समाचार के लिए थी, और उसके बाद आम भेजना बंद हो गया था। केजरीवाल के वकील ने आरोप लगाया कि जेल में उनको अपने डॉक्टर से 15 मिनट के वीसी परामर्श की अनुमति तक नहीं दी गई।
उन्होंने मीडिया को निशाना बनाया कहा कि “आज अखबार आलू-पूड़ी से भरा पड़ा है, कितनी बार आलू-पूड़ी खाया है।” कोर्ट ने उनके बयान के खिलाफ जेल अधिकारियों की रिपोर्ट मांगी है। ईडी ने कहा कि उनके कल की दलील के अनुसार केजरीवाल के खाने की सामग्री डॉक्टर के निर्धारित खाने से मेल नहीं खाती है, लेकिन उन्होंने सिंघवी के मुताबिक ईडी के साथ मिलकर मीडिया को ट्रायल करने की कोशिश की है।
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