Arvind Kejriwal:
नई दिल्ली: आबकारी नीति को लेकर सियासी घमासान अभी जारी है, इसी बीच सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले हैं। इस दौरान सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) नोकझोंक करती नजर आ सकती है।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया था। जिसमें केजरीवाल ने मनीष सिसोदिया के घर पर हुई छापेमारी मामले में दावा करते हुए कहा कि सीबीआई (CBI) ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास पर 14 घंटे तक छापेमारी की लेकिन उनके हांथ कुछ नहीं लगा। उन्होंने आगे कहा कि सीबीआई को ना तो नकदी मिली ना ही कोई ज्वेलरी। सीबीआई को छापेमारी में किसी जमीन या संपत्ति के कागज तक नहीं मिले और ना ही कोई आपराधिक दस्तावेज पाए गए। उन्होंने यह दावा किया कि यह छापेमारी बिल्कुल फर्जी थी।
सीएम केजरीवाल ने आरोप लगाते हुए कि भाजपा में 277 विधायक शामिल हो गए हैं। अगर हर विधायक को 20 करोड़ रुपये दिए गए तो सभी विधायक को खरीदने में 5,500 करोड़ रुपये लग गए होंगे। यही कारण है कि महंगाई बढ़ गई है क्योंकि वे विधायकों को खरीदने के लिए आम आदमी के पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं।
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर 19 अगस्त को सीबीआई ने छापा मारा था। मनीष सिसोदिया के ऊपर दिल्ली की आबकारी नीति में अनियमितता करने का आरोप था।
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