देश के नए संसद भवन पर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तम्भ की बड़ी प्रतिमा का पीएम मोदी ने शुभारंभ किया। अशोक स्तंभ की यह प्रतिमा निर्माणाधीन संसद भवन पर लगने से पहले 8 चरणों से होकर गुजरी है। इन चरणों में इस प्रतिमा की स्केचिंग, पालिसिंग और निर्माण से संबंधित कई चरण शामिल हैं। वहींं एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस पर नाराजगी जताई है।
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद लोकसभा भवन के ऊपर लगे अशोक स्तंभ के उद्घाटन पर आपत्ति जताई है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि यह अधिकार लोकसभा स्पीकर का होता है। इसी के साथ ओवैसी ने कहा कि संविधान में संसद, सरकार और न्यायपालिका की शक्तियों को अलग-अलग तरह से बताया गया है।
देवरे ने कहा कि अशोक स्तंभ को तैयार करने का काम टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड को मिला था जिसने साल एक सर्वेक्षण किया था और उनके अनुभव और साख को देखते हुए उन्हें प्रतिष्ठित कार्य के लिए चुना गया था। सबसे पहले क्ले मॉडल तैयार करने में कलाकार को लगभग पांच महीने लगे, जिसे मंजूरी मिलने से पहले सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से जुड़े विशेषज्ञों ने जांच की थी। मिट्टी का मॉडल उनके औरंगाबाद स्थित स्टूडियो में तैयार किया गया था।
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