Tuesday, July 9, 2024
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क्या कोरोना सक्रंमण हवा की मौजूदगी से भी फैल सकता है? अब तक तो इस बात को लेकर सिर्फ अलग-अलग राय थी, लेकिन अब एक स्टडी में यह दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमण हवा के जरिए भी हो सकता है।

इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :

क्या कोरोना सक्रंमण हवा की मौजूदगी से भी फैल सकता है? अब तक तो इस बात को लेकर सिर्फ अलग-अलग राय थी, लेकिन अब एक स्टडी में यह दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमण हवा के जरिए भी हो सकता है। इतना ही नहीं, इस स्टडी में ये भी पता चला है कि आउटडोर के मुकाबले इनडोर में हवा के जरिए कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा और भी ज्यादा है। यानी, अगर आप लोग ऑफिस , स्कूल या किसी बंद जगह पर हैं तो वहां मौजूद हवा के जरिए कोरोना का संक्रमण आसानी से फैल सकता है।

कोरोना वायरस हवा से भी फैल सकता है

Big news of study done in Hyderabad

हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) और चंडीगढ़ स्थित IMTech ने अपनी स्टडी में हवा में कोरोना संक्रमण फैलने की बात कही है। ये स्टडी हैदराबाद और मोहाली के अस्पतालों में की गई है। ये स्टडी करने के लिए कोरोना वैज्ञानिकों द्वारा उन अस्पतालों के हवा के सैम्पल लिए, जहां कोरोना मरीज भर्ती किए गए थें। यहां के सैम्पल लेने के बाद कोरोना वैज्ञानिकों ने पाया कि कोरोना वायरस हवा से भी फैल सकता है।

कोरोना स्टडी में 5 बड़ी बातें सामने आई

Big news of study done in Hyderabad

1. इस स्टडी के चलते वैज्ञानिकों को पता चला कि आसपास हवा में संक्रमण भी मौजूद हो सकता है और इससे मरीज जहां पर रूका है, वहां पॉजिटिविटी रेट तेजी से बढ़ सकता है।

2. कोरोना वैज्ञानिकों ने आईसीयू एरिये के साथ ही नॉन-आईसीयू सेक्शन के अंदर भी वायरस की मौजूदगी का पता लगाया है। इस स्टडी में बताया गया है कि संक्रमण की गंभीरता कितनी भी हो, मरीजों से वायरस हवा में भी जाकर टिक सकता है।

3. स्टडी में ये भी पता चला है कि हवा में मौजूद वायरस आसानी से किसी को भी संक्रमित कर सकता है। साथ ही साथ हवा में वायरस कितनी भी लंबी दूरी तय करके आगे जा सकता है।

4. स्टडी के दौरान शामिल वैज्ञानिक शिवरंजनी मोहरिर बताते है कि जिस कमरे में दो या उससे ज्यादा कोरोना मरीज भर्ती थे, तो वहां की सिर्फ 75% हवा में कोरोना का संक्रमण मिला। लेकिन जब बंद कमरे के भीतर एक मरीज या कोई भी मरीज नहीं है तो भी वहां हवा में 15.8% वायरस भी पाया गया है।

5. वे ये भी बताते है कि स्टडी में देखा गया है कि आउटडोर के मुकाबले इनडोर में वायरस हवा में कुछ समय तक मौजूद रहता है, क्योंकि बंद जगहों में वेंटिलेशन की सुविधा इतनी नहीं होती। उन्होंने बताया कि कोरोना को फैलने से रोकने के लिए मास्क पहनना जरूरी है।

कितनी जरूरी है ये स्टडी ?

अब तक सभी लोग ये मानते थे कि कोरोना संक्रमण किसी सतह पर मौजूद रहता है और वहां से फैलता है। इसलिए सभी को हाथ धोने की बातें बताई जाती थीं, लेकिन अब इस स्टडी के दौरान पता चला है कि कोरोना का संक्रमण हवा से भी फैल सकता है।

हैदराबाद में हुई स्टडी की बड़ी ख़बर

टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसायटी से जुड़े एक वैज्ञानिक राकेश मिश्रा जी बता रहें है कि वापिस से सब कुछ नॉर्मल होता दिखाई दे तो ऐसे में क्लासरूम और मीटिंग हॉल जैसी जगहों पर एयर क्रॉस करने की जरूरत है। इससे संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। उन्होंने ये भी कहा कि एयर वेंटिलेशन तकनीक सिर्फ कोरोना वायरस के लिए ही न नहीं, बल्कि हवा के जरिए फैलने वाले सभी दूसरे संक्रमणों की निगरानी के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती है।

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