India News (इंडिया न्यूज़) : अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग से जुड़ा दिल्ली सेवा बिल केंद्र सरकार ने मंगलवार (1 अगस्त) को लोकसभा में पेश किया गया। बता दें, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने गृहमंत्री अमित शाह की ओर से सदन में बिल पेश किया। केंद्र की और से जैसे ही यह बिल पेश किया गया तो सदन में हंगामा शुरू हो गया। इस बिल का आम आदमी पार्टी विरोध कर रही है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने भी आप का समर्थन देने का एलान किया है। वहीँ, राज्यसभा में आप की उम्मीदों पर बड़ा झटका लगने वाला है, क्योंकि दिल्ली अध्यादेश बिल पर BJD और YSRCP ने दिया बीजेपी को समर्थन देने का एलान किया है। BJD और YSRCP के एलान के बाद आम की ओर से इन पार्टियों पर तंज कसा गया है।
बता दें, आप संसद राघव चड्ढा ने तंज कसते हुए कहा कि ‘कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’ उन्होंने कहा कि दिल्ली अध्यादेश विधेयक का उद्देश्य शक्तियों को केंद्रीकृत करना और राज्य सरकारों की स्वायत्तता को कमजोर करना है। इससे देश के संघीय ढांचे के लिए गंभीर खतरा पैदा हो गया है। इस तरह के विधेयक का समर्थन करने के लिए वाईएसआरसीपी और बीजेडी की अपनी मजबूरियां हो सकती हैं, लेकिन यह लोकतांत्रिक सिद्धांतों का उल्लंघन है।
आप पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने बीते बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राजनीतिक नेताओं को डराने-धमकाने और अपने हितों की पूर्ति के लिए अन्य पार्टियों को बरगलाने का आरोप लगाया। इसके आगे राघव चड्ढा ने दिल्ली अध्यादेश बिल की कड़ी आलोचना करते हुए इसे देश विरोधी करार दिया। उन्होंने यहाँ तक कहा कि जो लोग ऐसे कानून का समर्थन करेंगे, उन्हें इतिहास में राष्ट्र-विरोधी के रूप में याद किया जाएगा, जबकि इसका विरोध करने वालों को देशभक्त के रूप में देखा जाएगा।
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