इंडिया न्यूज, नई दिल्ली : सिख विरोधी दंगे के पीड़ितों को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ने वाले भाजपा नेता कुलदीप सिंह भोगल ने बताया कि नरेन्द्र मोदी की सरकार सिखों के हित में काम कर रही है। भाजपा को सत्ता में आने के बाद 1984 के सिख विरोधी दंगे के दोषियों को सजा मिल रही है।
कानपुर में सिखों की हत्या करने वाले चार लोग पकड़े गए हैं। उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि 1984 में कानपुर में 127 सिख मारे गए थे, लेकिन उस समय की कांग्रेस सरकार ने मृतकों के नाम बाहर नहीं आने दी थी। जब वहां भाजपा की सरकार आयी और राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री बने तो मरने वाले सिखों के नाम सार्वजिक किए गए। इसके बाद ही पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की लड़ाई शुरू हो सकी। वर्ष 2014 में केंद्र में मोदी की सरकार के सत्ता में आने के बाद न्याय दिलाने की लड़ाई में तेजी आई।
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन हुआ, लेकिन गवाहों को पेश करना बड़ी चुनौती थी। किसी तरह से गवाहों को पेश किया गया और सिखों की हत्या करने वाले 60 लोगों की पहचान हो सकी। एसआइटी के कार्यकाल को चार माह के लिए बढ़ाया गया है और चार आरोपितों की गिरफ्तारी हो गई है।
उम्मीद है कि जल्द ही अन्य आरोपित भी पकड़े जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि मोदी व योगी की सरकार सत्ता में नहीं आती तो सिखों के गुनहगारों को सजा नहीं मिलती। दिल्ली में हुए दंगों के लिए दोषी सज्जन कुमार आज जेल में हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने विश्वास दिलाया है कि सिखों के खिलाफ दंगे के सभी दोषियों को सजा दिलाना सरकार का काम है और दोषियों को सजा अवश्य मिलेगी।