No-confidence motion against Kejriwal government: दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता बीजेपी के रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बीते दिनों प्रेस वार्ता कर कहा था उनकी पार्टी केजरीवाल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। जिसके बाद आज बुधवार को सदन की कार्यवाही के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए आवश्यक संख्याबल जुटाने में विफल रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आप सरकार के खिलाफ अपना अविश्वास प्रस्ताव वापस ले लिया।
गौरतलब है कि, बीजेपी को इस अविश्वास प्रस्ताव को लाने के लिए 70 सदस्यीय विधानसभा के पांचवें हिस्से के समर्थन की आवश्यकता थी। जिसके लिए बीजेपी को 14 विधायकों की आवश्यकता थी, हालांकि उनके पास केवल 8 विधायक ही हैं। ऐसे में संख्याबल जुटाने में विफल होेने के बाद बीजेपी नेता ने यह प्रस्ताव लाने का फैसला यह कहते हुए वापस ले लिया कि वह वे सदन में अलग से भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे।
बीजेपी नेता ने एक बयान में कहा कि आप सरकार को पद पर बने रहने का कोई नैतिक या संवैधानिक अधिकार नहीं है क्योंकि उसके दो मंत्री जेल में हैं और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
विपक्ष के नेता बिधूड़ी ने यह भी मांग की कि बजट सत्र बढ़ाया जाए ताकि प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जा सके। उन्होंने कहा कि बजट सत्र केवल पांच दिनों के लिए बुलाया गया है, जिसमें से केवल दो दिनों के लिए प्रश्नकाल का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने आरोप लगाया, “यह विधायकों के अधिकारों पर हमला करने जैसा है और यह सरकार लगातार विधायकों के अधिकारों को लूट रही है।”
उल्लेखनीय है कि, 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आप की केजरीवाल सरकार को बहुमत प्राप्त है। वर्तमान समय में आप आदमी पार्टी के पास 62 विधायक हैं जबकि, विपक्षी दल बीजेपी के पास केवल 8 विधायक हैं।