India News(इंडिया न्यूज), brijbhushan sharan singh polygraph test: डब्ल्यूएफआई प्रमुख और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को एक ट्वीट के जरिए कहा है कि वह पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार हैं। लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी है, जिसमें बीजेपी सांसद ने कहा है कि अगर उनके टेस्ट के साथ पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पूनिया का भी यही टेस्ट कराया जाता है तो वह पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार हैं।
बता दें इससे पहले, पहलवान विनेश फोगाट ने केंद्र सरकार को बीजेपी सांसद बृजभूषण के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए 21 मई तक का समय दिया है। इसके साथ ही फोगाट ने कहा है कि 21 मई के बाद जो एक्शन होगा हम देखेंगे।
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने 10 मई को भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को लाई डिटेक्टर नार्को टेस्ट कराने की चुनौती दी थी।
मलिक ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “अगर उन्हें सात पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद अपनी बेगुनाही पर भरोसा है। तो मैं डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को नार्को टेस्ट लेने की चुनौती देती हूं। हम भी जांच कराने को तैयार हैं। सच्चाई को सबके सामने आने दीजिए, कौन दोषी है और कौन नहीं।”
18 मई को कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला पहलवानों के प्रदर्शन स्थल समर्थन के लिए पहुंचे। पहलवानों से मिलकर उन्होंने कहा,” जब सत्ता में बैठे लोग सत्ता का दुरुपयोग करते हैं तो बृजभूषण जैसे लोगों को बल मिलता है। बृजभूषण जैसे लोग को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। जब यह बेटे बेटियां देश के लिए मेडल लाते हैं तो मोदी जी फोटो खिचवाने के लिए आ जाते हैं, लेकिन इनके साथ हुए अन्याय के खिलाफ नहीं बोलते।”
उल्लेखनीय है कि बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना गत 23 अप्रैल से जारी है। विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक समेत देश के नामी पहलवान बीते 28 दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। पहलवानों का कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलता वे नहीं उठेंगे।
भारतीय कुश्ती महासंघ(Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 7 महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इन पीड़ित पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में आरोपी बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। यौन उत्पीड़न की शिकार एक पीड़िता नाबालिग है। पुलिस ने यौन अपराधों से बाल संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) के तहत भी मुकदमा दर्ज किया है।
Also Read: