इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
राजधानी में निगम जहां अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई कर रहा है, वहीं दुसरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम भी अवैध डेयरी माफियाओं पर भी कड़ी नजर रखे हुए हैं। इसी कड़ी में SDMC ने 211 पशुओं को अपनी गिरफ्त मेंं लिया है। इस अभियान के तहत ऐसे अस्थायी निर्माण को ढेर कर दिया गया है। इसके अलावा उन सभी जगहों को भी SDMC द्वारा बंद करके सील कर दिया है। दक्षिण राजधानी नगर निगम ने राजधानी हाईकोर्ट के आदेशनुसार यह कार्रवाई की गई है।
एसडीएमसी के मुताबिक कोटला मुबारकपुर एरिया में बाबा बंदा सिंह बहादुर सेतु के ठीक नीचे अवैध डेयरी को माफियाओं की ओर से चलाया जा रहा था।
सेतु के ठीक नीचे जहां नाले का गंदा पानी भरा हुआ है, वहीं पर पशुओं को पानी में बेहद ही दयनीय तरीके से रखा गया था। प्रशासन से पशुओं को छुपाने के लिए गंदे पानी में धकेल दिया जाता था। पशु को गर्दन तक पानी में रखकर सभी को रस्सियों से बांध दिया जाता था। जिसकी शिकायत दक्षिण दिल्ली नगर निगम को मिली थी।
इसके बाद एसडीएमसी ने बीते 22 अप्रैल 2022 को रेड के दौरान उस इलाके से लगभग 137 पशुओं को रेस्क्यू किया और फिर 27 अप्रैल को 46 पशुओं को वहां से छुटवाया गया। एसडीएमसी के पशु चिकित्सा विभाग, दिल्ली पुलिस के संयुक्त प्रयासों से यह कार्रवाई की गई।
दक्षिणी राजधानी मेंं निगम की ओर से कोटला मुबारकपुर लगभग तीन बार छापेमारी की गई और कुल 211 पशुओं को वहां से छुड़वाया गया। जिन्हें की बेहद ही बुरे तरीके से ढके हुए नाले के नीचे छोटी बारीक रस्सियों से बांध रखा था।
एसडीएमसी ने अवैध अतिक्रमण डेयरी माफियाओं के उपर की गई इस कार्रवाई के बाद पकड़े गए सभी 211 पशुओं को मालवीय नगर स्थित निगम के बाङे में रखा गया है। जिसके बाद से निगम की कड़ी कार्रवाई से दु:खी होकर अवैध डेयरी माफियाओं ने 5 और 6 मई की घार रात को मालवीय नगर में पशुओं के बाड़े पर हल्ला बोल दिया।
इस मामले में माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है और पुलिस एसडीएमसी का कहना है कि राजधानी उच्च न्यायालय अवैध डेयरी संचालन को लेकर जो निर्देश जारी किए गए है उसका एसडीएमसी पालन कर रही है और ऐसे डेयरी माफियाओं को अपने क्षेत्र में पनपने नहीं दिया जाएगा।