India News(इंडिया न्यूज़), BYJU’S: शिक्षा क्षेत्र में स्टार्टअप से यूनिकॉर्न बन चुकी कंपनी बायजू की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कंपनी पिछले कुछ महीनों से लगातार विवादों में घिरी हुई है। अब निवेशकों ने कंपनी पर अमेरिकी हेज फंड के जरिए 533 मिलियन डॉलर (करीब 4420 करोड़ रुपये) का गबन करने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही कंपनी ने 200 मिलियन डॉलर के राइट्स इश्यू को रोकने की भी अपील की है। इस पूरे मामले पर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी एनसीएलटी ने बायजू को निवेशकों की इस याचिका पर तीन दिन के भीतर लिखित जवाब देने को कहा।
बायजू ने NCLT की बेंगलुरु पीठ में अपने 4 शेयरधारकों द्वारा लगाए गए आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की। लेकिन करीबी सूत्रों ने बताया कि अगर NCLT ने राइट्स इश्यू नहीं रोका तो आज बंद हो जाएगा।
दरअसल, कंपनी के निवेशकों ने कुप्रबंधन और कदाचार के कारण उद्यम मूल्यांकन में भारी गिरावट के लिए कंपनी के मौजूदा प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। इन निवेशकों ने तर्क दिया कि राइट्स इश्यू तभी लाया जा सकता है जब कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाई जाए और मौजूदा शेयरधारक आवेदन करें और नए शेयर प्राप्त करें। कंपनी के कुछ शेयरधारकों ने 23 फरवरी को ईजीएम बुलाई थी जिसमें बायजू के सह-संस्थापक और सीईओ बायजू रवींद्रन और उनके परिवार को निदेशक मंडल से हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया था। हालाँकि, रवीन्द्रन ने इस बैठक को अवैध बताया। कहा गया कि ईजीएम का निर्धारित कोटा पूरा नहीं हुआ।