India News(इंडिया न्यूज़) Chess 2023: प्रज्ञानानंद और कार्लसन के बीच चेस वर्ल्ड कप फाइनल के पहले राउंड का मुकाबला ड्रॉ रहा। अब दोनों ही खिलाड़ियों के बीच दूसरे राउंड में टक्कर होगी। भारत के ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंद और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के बीच चेस वर्ल्ड कप फाइनल की पहली बाजी ड्रॉ रही। 35 चालों के बाद दोनों ही खिलाड़ियों ने ड्रॉ पर मुकाबला खत्म करने पर सहमति व्यक्त की। अब आज दोनों खिलाड़ियों के बीच दूसरी बाजी खेली जाएगी। इस मैच को जीतने वाला खिलाड़ी चेस वर्ल्ड चैंपियन बन जाएगा। वहीं अगर यह भी ड्रॉ रहती है तो टाईब्रेकर से चैंपियन का फैसला होगा।
इस फाइनल मुकाबले से पहले मैग्नस कार्लसन और आर प्रज्ञानानंद के बीच 19 बार मुकाबला हुआ था। क्लासिकल चेस में दोनों एक बार खेल चुके हैं और मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ। रैपिड/एग्जीबिशन खेलों में कार्लसन प्राग से 7-5 से आगे हैं। उनके बीच खेले गए बाकी रैपिड्स बराबरी पर समाप्त हुए हैं।
खिताबी मुकाबले में दो क्लासिकल बाजियां खेली जानी हैं। अब आज इसी फॉर्मेट में कार्लसन सफेद मोहरों से खेलेंगे। अगर यह मुकाबला भी ड्रॉ हो गया तो फिर गुरुवार को टाईब्रेकर में 25-25 मिनट की दो बाजियां खेली जाएंगी। फैसला नहीं होने पर 10-10 मिनट की दो बाजियां फिर होंगी। यहां भी अगर निर्णय नहीं होता तो पांच-पांच मिनट और आखिर में तीन-तीन मिनट की बाजियां खेली जाएंगी। इस टूर्नामेंट से तीन खिलाड़ी कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वॉलिफाई करेंगे। प्रज्ञानानंद ने फाइनल में पहुंचने के साथ ही 2024 के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है। आठ खिलाड़ियों के कैंडिडेट्स टूर्नामेंट का विजेता अगले साल वर्ल्ड चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को चुनौती देगा। विजेता बनने पर वह वर्ल्ड चैंपियन कहलाएगा। वर्ल्ड कप जीतने पर प्रज्ञानानंद को एक लाख 10 हजार अमेरिकी डॉलर इनाम के तौर पर मिलेंगे।
बुधवार को दो क्लासिकल मैच के मुकाबले की दूसरी बाजी में कार्लसन सफेद मोहरों से शुरुआत करेंगे और फायदे की स्थिति में रहेंगे. प्रज्ञानानंदा ने सेमीफाइनल में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फाबियानो करूआना को 3.5-2.5 से हराकर उलटफेर करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी. प्रज्ञानानंदा महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व कप फाइनल में जगह बनाने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। वह 2024 में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालीफाई कर चुके हैं.
भारतीय ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंद को पहले राउंड में बाई मिली। दूसरे दौर में 29 साल के फ्रांसी मैक्सिम लेगार्ड और तीसरे में अनुभवी डेविड नवारा को हराया। अगले दौर में, प्रज्ञानानंद ने अमेरिकी ग्रैंडमास्टर और विश्व नंबर 2 हिकारू नाकामुरा को टाईब्रेकर में हराया। दोनों ने चौथे दौर के मुकाबले में अपनी दोनों क्लासिकल खेलों को ड्रॉ किया था। पांचवें दौर में हंगेरियन फेरेंक बर्केस प्रग के खिलाफ थे लेकिन वे भारतीय खिलाड़ियों को टक्कर नहीं दे पाए। क्वार्टर फाइनल में, प्रग ने हमवतन अर्जुन एरगिस को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में 31 वर्षीय प्रतिद्वंद्वी, विश्व नंबर 3 फैबियानो कार्वाना को हराकर 2002 में विश्वनाथन आनंद के बाद से FIDE विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए।