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Chess World Cup Final – प्रज्ञानंदा और कार्लसन में दुसरी बाजी भी रही ड्रॉ, अब टाइब्रेकर से होगा चैंपियन का फैसला

• LAST UPDATED : August 24, 2023

India News(इंडिया न्यूज़)Chess World Cup Final: प्रज्ञानंदा और कार्लसन के बीच खेले जा रहे वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप की पहली दोनों बाजी ड्रॉ रही। अब खिताब का फैसला टाईब्रेकर से होगा। टाईब्रेकर की शुरुआत तीसरे दिन भारतीय समय अनुसार दोपहर बाद साढ़े 3 बजे से होगी। भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदा और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन के बीच बाजी ड्रॉ पर खत्म हो गई। इस तरह फाइनल की दूसरी क्लासिकल बाजी भी ड्रॉ रही। अब विजेता का फैसला आज टाईब्रेकर के जरिए होगा।

क्या है टाई ब्रेकर के नियम

रैपिड फॉर्मेट में दो टाईब्रेक बाजियां खेली जाएंगी। इसमें प्रत्येक खिलाड़ी को 25-25 मिनट का समय मिलेगा। प्रत्येक चाल के बाद खिलाड़ी के समय में 10 सेकंड जुड़ जाएंगे। अगर इन दो बाजियों में नतीजा नहीं निकलता है तो दो और बाजी खेली जाएगी जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी के पास 10-10 मिनट का समय होगा और खिलाड़ी की प्रत्येक चाल के बाद उसके समय में 10 सेकंड जुड़ जाएंगे। इसमें भी फैसला नहीं हुआ तो 5-5 मिनट और आखिर में 3-3 मिनट की बाजियां खेली जाएंगीं।

काले मोहरों से उम्दा खेल

नॉर्वे के दिग्गज कार्लसन ने सफेद मोहरों से ठोस प्रदर्शन किया। हालांकि, प्रज्ञानंदा को काले मोहरों से खेलते हुए किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। दूसरी क्लासिकल बाजी डेढ़ घंटे और 30 चाल तक ही चली। इसके बाद दोनों खिलाड़ी ड्रॉ पर राजी हो गए। मंगलवार को पहली बाजी 35 चाल तक चली थी। प्रज्ञानंदा ने बाजी के बाद कहा, ‘मैंने वास्तव में नहीं सोचा था कि मैग्नस जल्दी ड्रॉ के लिए तैयार हो जाएंगा लेकिन जब उन्होंने ऐसी शुरुआत की तो मुझे अहसास हुआ कि वह ड्रॉ कराना चाहते थे। मुझे भी इससे कोई दिक्कत नहीं थी।’

प्रज्ञानानंद का सफर

भारतीय ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंद को पहले राउंड में बाई मिली। दूसरे दौर में 29 साल के फ्रांसी मैक्सिम लेगार्ड और तीसरे में अनुभवी डेविड नवारा को हराया। अगले दौर में, प्रज्ञानानंद ने अमेरिकी ग्रैंडमास्टर और विश्व नंबर 2 हिकारू नाकामुरा को टाईब्रेकर में हराया। दोनों ने चौथे दौर के मुकाबले में अपनी दोनों क्लासिकल खेलों को ड्रॉ किया था। पांचवें दौर में हंगेरियन फेरेंक बर्केस प्रग के खिलाफ थे लेकिन वे भारतीय खिलाड़ियों को टक्कर नहीं दे पाए। क्वार्टर फाइनल में, प्रग ने हमवतन अर्जुन एरगिस को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में 31 वर्षीय प्रतिद्वंद्वी, विश्व नंबर 3 फैबियानो कार्वाना को हराकर 2002 में विश्वनाथन आनंद के बाद से FIDE विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए।

हेड टू हेड कैसा है रिकॉर्ड

इस फाइनल मुकाबले से पहले मैग्नस कार्लसन और आर प्रज्ञानानंद के बीच 19 बार मुकाबला हुआ था। क्लासिकल चेस में दोनों एक बार खेल चुके हैं और मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ। रैपिड/एग्जीबिशन खेलों में कार्लसन प्राग से 7-5 से आगे हैं। उनके बीच खेले गए बाकी रैपिड्स बराबरी पर समाप्त हुए हैं।

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