इंडिया न्यूज, गुरुग्राम। किसान मुख्यमंत्री भावन्तर भरपाई योजना व बागवानी बीमा योजना का लाभ उठाने के लिए तैयार हो जाए। किसानों की आय में वृद्धि करने व फसल विविधीकरण के तहत लगाई गई बागवानी फसलों में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री भावन्तर भरपाई योजना व बागवानी बीमा योजना का लाभ देने का काम शुरू कर दिया गया है। इस योजना के माध्यम से जिला के बागवानी की खेती करने वाले किसान फसल की खेती के करने दौरान व उसके उत्पादन के बाद होने वाले जोखिमों को कम कर सकते है।
जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि भावांतर भरपाई योजना व बागवानी बीमा योजना बागवानी किसानों के लिए एक अभूतपूर्व योजना है। यह योजना किसानों को सब्जियों व फलों के भाव से जोखिम मुक्त कर उन्हें फसल का उचित दाम दिलाने में कारगर साबित हो रही है।
यादव ने बताया की कई बार यह देखने मे आया है कि किसान जब अपनी बागवानी की फसल को मंडी में बेचने जाता है तो उसको फसल का सही दाम नहीं मिल पाता। जिससे किसान हतोत्साहित होकर फिर से पारंपरिक खेती करने का विचार करता है। ऐसे किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार फसल में लगने वाले घाटे (नुकसान) को कम करने के लिए भावांतर भरपाई योजना के अंतगज्त मुहावजा व मूल्य के रूप में प्रोत्साहन धनराशि प्रदान करेगी।
डीसी यादव ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत सब्जियों व मसालों पर 30000 रुपये प्रति एकड़ का बीमा किया जाएगा, जिसके लिए किसान को 750 रुपये प्रति एकड़ भुगतान करना होगा। वहीं फलों की खेती पर 1000 प्रति एकड़ का प्रीमियम देखकर किसान 40000 रुपये प्रति एकड़ का बीमा करवा सकता है। योजना का लाभ लेने के लिए उत्पादक का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर रजिस्ट्रेशन होने अनिवार्य है।