G20 SUMMIT : भारत और चीन के बीच राजनीतिक रिश्ते किस कदर बिगड़ें हुए हैं, ये किसी से भी छुपा नहीं है। दोनों देशों के सैनिकों के बीच आए दिन झड़प की खबरें सामने आती रहती हैं। चीन वैश्विक मंच पर भी भारत के साथ मुखालिफत रखता है। दोनों देशों के बीच कब दूरियां खत्म होंगी इसपर लगातार सवाल बना हुआ है। हालांकि, इस बार ऐसा मौका है चीन चाहे तो दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास कम हो सकती है। बता दें, दिल्ली में 2 मार्च को आयोजित जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में चीन के विदेश मंत्री किन गांग हिस्सा लेने वाले हैं।
मालूम हो, चीनी विदेश मंत्री किन गांग की उपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर, प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, “जी -20 को वैश्विक अर्थव्यवस्था में प्रमुख चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। जी -20 विदेश मंत्रियों की बैठक सकारात्मक संकेत भेजती है, यह सुनिश्चित करने के लिए चीन सभी पक्षों के साथ काम करने के लिए तैयार है।”
बता दें, चीनी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा यह कि G20 बैठक में हिस्सा लेने के लिए किन गांग इस सप्ताह भारत की यात्रा करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें उनके भारतीय समकक्ष एस जयशंकर ने निमंत्रण भेजा था। बता दें यूक्रेन संघर्ष को लेकर रूस और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ते टकराव के बीच वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए जी-20 देशों के विदेश मंत्री एक और दो मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में बैठक करेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, G20 बैठक में चीनी विदेश मंत्री के अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, फ्रांस से कैथरीन कोलोना, चीनी विदेश मंत्री किन गांग, जर्मनी की अन्नालेना बेयरबॉक और ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली हिस्सा लेने वाले हैं। मालूम हो, G20 बैठक की मेजबानी भारत कर रहा है जिस बैठक में इन देशों के विदेश मंत्री भारत दौरे पर आने वाले हैं।