इंडिया न्यूज़, Delhi News : राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते सोमवार कहते है कि अगर अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोजर ने दिल्ली में 63 लाख दिल्ल निवासियों की दुकानों और घरों को तोड़ दिया, जिसे की अवैध माना जा रहा है, तो यह आजाद भारत का सबसे बड़ा विध्ंवस होने वाला है।
इस अतिक्रमण के खिलाफ आप पार्टी के विधायकों के साथ बैठक में केजरीवाल का कहना है कि उन्हें दिल्ली के तमाम हिस्सों में भाजपा की दादागिरी द्वारा नगर निगमों के उपर चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान का विरोध करने के लिए जेल जाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
अतिक्रमण हटाने के लिए MCD के बुलडोजर लगातार अलग-अलग कॉलोनियों में पहुंच रहे हैं और किसी की भी दुकान और घर को तोड़ रहे हैं। अगर लोग उन्हें यह साबित करने के लिए कागजात दिखाते हैं, तो ना वे दस्तावेजों की जांच करते है और ना ही किसी को कोई मौका देते है।
अरविंद केजरीवाल कहते है कि दिल्ली को सुनियोजित तरीके से नहीं बनाया गया है। अगर दिल्ली में 80 प्रतिशत से अधिक को अवैध और अतिक्रमित कहा जा रहा है तो क्या इसका मतलब यह है कि आप दिल्ली के 80 फिसदी हिस्सें को खत्म कर देगें।
इस अतिक्रमण को देखते हुए आम आदमी पार्टी अतिक्रमण के खिलाफ है और यह चाहती है कि दिल्ली सुंदर दिखना चाहिए, वे कहते है कि 63 लाख लोगों के घरों और दुकानों को तोड़ना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘पिछले 15 साल में बीजेपी एमसीडी में सत्ता में थी और पैसा लिया। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि आप अतिक्रमण की समस्या का समाधान करेगी और अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को मालिकाना हक मिलेगा।