India News(इंडिया न्यूज), CM Kejriwal got Congress support: दिल्ली में अधिकारियों की पोस्टिंग-ट्रांसफर को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के साथ चल रही खींचतान के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस का साथ मिला है। कांग्रेस ने कहा है कि वह दिल्ली अधिकारियों की पोस्टिंग-ट्रांसफर पर केंद्र के अध्यादेश का विरोध करेगी। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट ने 11 मई को फैसला दिया कि दिल्ली में सरकारी अफसरों पर चुनी हुई सरकार का ही कंट्रोल रहेगा। इसके सात दिन बाद केंद्र ने अध्यादेश जारी कर दोबारा से अधिकारियों की पोस्टिंग का आधार उपराज्यपाल को दे दिया।
इससे पहले, मंगलवार(22 मई) को आप नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर अध्यादेश खिलाफ कांग्रेस पार्टी समेत अन्य विपक्षी दलों का समर्थन मांगा देने की बात कही है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी का जिक्र कर कहा है कि कांग्रेस पार्टी को तय करना होगा कि वो लोकतंत्र-भारतीय संघीय ढांचे के साथ खड़ी है या ख़िलाफ़ खड़ी है? उन्होंने कहा,’ जब तक कांग्रेस का आधिकारिक बयान नहीं आ जाता तब तक कोई प्रतिक्रिया देना ठीक नहीं होगा।’
राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि ये ‘आम आदमी पार्टी’ का सवाल नहीं है, ये भारतीय लोकतंत्र, संघीय ढांचे का सवाल है। इसमें सभी पार्टियों को एकजुटता दिखानी होगी। जब ये अध्यादेश बिल के रूप में राज्यसभा में आएगा तो सभी विपक्षी पार्टियों को इस बिल को गिराना चाहिए। क्योंकि बीजेपी के पास राज्यसभा में नंबर नहीं है। उन्होंने कहा,” सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ ने 5-0 से फ़ैसला दिया है। अगर पीएम मोदी इस पर हथोड़े चलाने का काम कर रहे हैं तो क्या सभी पार्टियों को संविधान और संघीय ढांचे को बचाने के लिए एकजुट नहीं होना चाहिए, जिसकी बुनियाद पर 140 करोड़ लोग खड़े हैं।
सीएम केजरीवाल मंगलवार से 2 राज्यों के दौरे पर रहेंगे। सीएम इस दौरान तमाम विपक्षी नेताओें से मुलाकात कर अध्यादेश के खिलाफ राज्यसभा में उनके समर्थन देने का अपील करेंगे। इस सिलसिले में सीएम केजरीवाल मंगलवार को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे। उसके अगले दिन महाराष्ट्र पहुंचेंगे जहां वह पूर्व महाराष्ट्र सीएम व शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे और एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात करेंगे।
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