आज समाज नेटवर्क, नई दिल्ली। Company’s female Director arrested at IGI Airport दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एचएसबीसी बैंक से 19 करोड़ की धोखाधड़ी में कांपैक्ट डिस्क इंडिया लिमिटेड कंपनी की महिला निदेशक रश्मि सेंगल को गिरफ्तार किया है। कंपनी के निदेशक और उसके पति सुरेश कुमार सेंगल पर आरोप है कि दोनों ने बैंक से ऋण लेने के लिए वित्तीय मूल्य प्रमाण पत्र में जाली हस्ताक्षर किए। इसके बाद पैसा लेकर दूसरी सहायक कंपनी को दे दिया। आरोपित हरियाणा के गुरुग्राम स्थित रीजेंसी पार्क की रहने वाली है।
पुलिस उपायुक्त एमआइ हैदर के मुताबिक, वर्ष 2016 में बाराखंभा रोड स्थित एचएसबीसी बैंक की शिकायत पर फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया गया था। बैंक ने शिकायत में बताया कि कांपैक्ट डिस्क इंडिया लिमिटेड ने अपने निदेशकों सुरेश कुमार सेंगल और रश्मि सेंगल के माध्यम से ऋण के लिए बैंक से संपर्क किया था। बैंक ने अगस्त 2008 में कंपनी के स्टाक, तैयार माल, संयंत्र और मशीनरी की जानकारी लेकर 19 करोड़ मंजूर कर दिए। इसके लिए निदेशकों ने भी अपनी व्यक्तिगत गारंटी दी और अपने वित्तीय मूल्य का विवरण दिया। इसके साथ ही कंपनी द्वारा निर्यात की गई सामग्री का बिल भी पेश किया।
कंपनी के वित्तीय मूल्य प्रमाणपत्रों पर जाली हस्ताक्षर
आयातक से भुगतान प्राप्त करने के बाद 90 दिनों के भीतर ऋण राशि के भुगतान का आश्वासन दिया, लेकिन कंपनी इसमें विफल रही। बैंक ने जांच की तो पता चला कि कंपनी ने बैंक से लिए रुपये को सहयोगी कंपनियों को दिया। जांच के दौरान पुलिस ने चंडीगढ़ निवासी चाटर्ड अकाउंटेंट सुरेश कुमार गोयल से पूछताछ की। पूछताछ में सुरेश ने बताया कि कंपनी के वित्तीय मूल्य प्रमाणपत्रों पर जाली हस्ताक्षर किए गए हैं। साथ ही यह भी पता चला कि बैंक से ली गई रकम को आरोपितों ने अपनी सहयोगी कंपनियों को दे दिया।
दिल्ली एयरपोर्ट में हिरासत में लिया Company’s female Director arrested at IGI Airport
कांपैक्ट डिस्क इंडिया लिमिटेड कंपनी की महिला निदेशक रश्मि सेंगल
पुलिस ने मूल वित्तीय मूल्य प्रमाण पत्र, सीए के हस्ताक्षर की जांच कराई, लेकिन कंपनी के निदेशक जांच में शामिल नहीं हुए। ऐसे में दोनों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया। दोनों आरोपित फरार थे और लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे। 25 अप्रैल को इमिग्रेशन विभाग से सूचना मिली कि रश्मि सेंगल को आइजीआइ एयरपोर्ट दिल्ली में हिरासत में लिया गया है। इसके बाद आरोपित को पटियाला हाउस कोर्ट के समक्ष पेश कर गिरफ्तारी की अनुमति लेने के बाद 26 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया।