इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
आने वाले समय में कोरोना वायरस दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में बड़ी समस्या बन सकता है। यह सवाल उभर कर इसलिए सामने आया है क्योंकि गत 24 घंटे के दौरान देशभर में 3275 केस सामने आए हैं। तो वहीं अकेले दिल्ली में 1354 कोरोना के संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके साथ ही दिल्ली से सटे यूपी और हरियाणा के एनसीआर में एक बार फिर तेजी से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं।
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में गुरुवार को 111 कोरोना संक्रमित मरीज मिले, जिनमें 40 से अधिक युवा हैं। दिल्ली के बाद सबसे बुरा हाल गुरुग्राम है। यहां पर 400 से अधिक कोरोना के मरीज मिले हैं। इस बीच देश में कोरोना वायरस के ए वेरिएंट का एक मामला सामने आया है, जो दिल्ली-एनसीआर के लिए भी मुश्किल बढ़ाने वाला हो सकता है। दरअसल, ए वेरिएंट तुलनात्मक रूप में 10 गुना अधिक संक्रामक है और लोगों को तेजी से अपनी चपेट में लेता है।
वहीं दूसरी ओर दिल्ली के सरिता विहार स्थित अपोलो अस्पताल से जुड़े वरिष्ठ किडनी रोड विशेषज्ञ डा. डीके गुप्ता का मानना है कि भारत समेत दुनिया भर में कोरोना वायरस है और आगे भी रहेगा। इसके आसार अभी भी स्पष्ट रूप से दिख रहे है। हालांकि इसका असर समय से कम होगा। लेकिन हमें इसके प्रति सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विशेषकर लिवर, किडनी, शुगर, बीपी के साथ अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष रूप से सतर्कता बरतने की जरूरत है।
वहीं दिल्ली-एनसीआर के जाने-माने वरिष्ठ डा. राहुल शर्मा का मानना है कि कोरोना वायरस से घबराने की नहीं बल्कि इससे सर्तक रहने की जरूरत है। कोरोना वायरस से डरे नहीं, बल्कि कोविड नियमों का पालन करते रहें तो यह दौर जल्द खत्म हो सकता है। डा. राहुल शर्मा का मानना है कि कोरोना का हर वैरिएंट बुजुर्गों और गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। ऐसे में ऐसे लोगों को खासतौर से बचने और सर्तक रहने की जरूरत है।
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 1354 नए मामले सामने आने से स्थिति विकट हो गई है। हालांकि अन्य दिनों की तुलना में मामले कम हैं, लेकिन संक्रमण दर 7.50 प्रतिशत से अधिक पहुंच गई है। जो विकटता को दर्शाता है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर बढ़कर 7.64 प्रतिशत हो गई है। एक मरीज ने कोरोना वायरस से अपनी जान भी गंवा दी है। ऐसे में विशेष सावधानी की जरूरत है।
दिल्ली में अप्रैल के पहले सप्ताह से लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। लेकिन मौतों को आंकड़ा स्थिर होने से स्थिति नियंत्रण में है। अब तक अधिकतम एक दिन में 2 की मौत का ही आंकड़ा सामने आया है, लेकिन यह खतरनाक है, इसलिए इससे लोगों को संभलकर रहने की जरूरत है। गौरतलब है कि ब्रिटेन में ह वेरिएंट का पहला मामला इसी साल 19 जनवरी को मिला था। इसके विशेषज्ञों के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिकों की ओर से भी इस तरह की जानकारी साझा की गई थी। ओमिक्रोन का सब वैरिएंट ए तुलनात्मक रूप से 10 गुना अधिक तेजी से फैलता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इस बात की एडवायजरी भी जारी की गई है कि ओमिक्रोन का सब वैरिएंट ए 10 गुना तेजी से फैलता है। ऐसे में इसका तेज प्रसार काफी खतरनाक भी साबित हो सकता है। खासकर बुजुर्गों और गंभीर रूप से बीमार लोगों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है।
बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, सिरदर्द, गले में खराश, नाक बहना, चक्कर आना, धड़कन, सूंघने और स्वाद में कमी आदि है।
नोएडा स्थित यथार्थ अस्पताल में वरिष्ठ डा. राहुल शर्मा का कहना है कि कोरोना वायरस का असर और विस्तार कम हुआ है, लेकिन यह देश-दुनिया में है। इसके वैरिएंट कब तक आते रहेंगे, इसके लेकर वैज्ञानिक भी अभी कुछ भी स्पष्ट रूप से बताने में असमर्थ हैं।
डा. राहुल शर्मा का कहना है कि मास्क लगाना, शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना और बेवजह भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करना बेहतर उपाय साबित हो रहा है। इसके बावजूद इसके लक्षण दिखे तो जांच करा लेने में ही समझदारी है। इससे यह वायरस फैलेगा नहीं और व्यक्ति शीघ्र स्वस्थ हो जाएगा।
गाजियाबाद में गुरुवार को 24 घंटे में 3,907 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट आने पर 44 युवाओं समेत छात्रों समेत 111 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें आठ छात्र भी शामिल हैं। 10 की उम्र दो से 12 वर्ष, नौ की 13 से 20 वर्ष, 44 की 21 से 40 वर्ष, 35 की 41 से 60 वर्ष और 13 संक्रमितों की उम्र 60 वर्ष अधिक है। विगत 24 घंटे में संक्रमण दर 2.43 प्रतिशत दर्ज की गई है।
56 संक्रमित ठीक हुए हैं। 375 सक्रिय मरीजों का इलाज घर पर ही चल रहा है। अब तक 73 स्कूलों के 28 अध्यापक और 122 छात्र संक्रमित मिल चुके हैं। अप्रैल में जिले के 1,02,320 लोगों की जांच करने पर 789 कोरोना संक्रमित मिले थे और मई में 14,652 की जांच करने पर 253 संक्रमित मिल चुके हैं। मई में संक्रमण दर 1.73 प्रतिशत दर्ज की गई।
गौतमबुद्ध नगर जिले में बुधवार को प्रदेश में सबसे अधिक 77 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं 103 लोग पिछले 24 घंटे में स्वस्थ हुए हैं। अभी तक जिले में संक्रमण से ठीक हुए मरीजों की संख्या 99,660 है। वहीं 490 लोगों की मौत हुई है। जिले में फिलहाल संक्रमित मरीजों की संख्या 715 है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा में बुधवार को 1922 लोगों का टीकाकरण हुआ है। इसमें 12-14 वर्ष के 296 किशोरों को पहली व 477 को दूसरी, 15-17 वर्ष के 78 को पहली व 173 को दूसरी, 18 वर्ष से अधिक के 160 लोगों को पहली व 562 लोगों को दूसरी, वहीं 60 वर्ष से अधिक उम्र के तीन लोगों को पहली व 16 को दूसरी डोज दी गई। 139 लोगों को सतर्कता डोज लगाई गई है व इसके अलावा 18 अन्य लोगों को भी सतर्कता डोज लगाई गई है।
दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कोरोना के 143 नए मामलों की पुष्टि की है। 74 संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। कोरोना के सभी मामले जिले के पाश क्षेत्रों से आए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 742 हो गई है। इनमें से 11 अस्पतालों में भर्ती हैं और 731 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। इसबार अच्छी बात यह है कि इस समय कोई भी मरीज आइसीयू, आक्सीजन सपोर्ट और वेंटिलेटर पर नहीं हैं।
वहीं तीन दिनों से किसी भी संक्रमित की मौत भी नहीं हुई है। कोरोना से रिकवरी रेट घटकर 98.85 प्रतिशत और करेंट सैंपल पाजिटिविटी रेट बढ़कर 7.90 प्रतिशत हो गया है। फरीदाबाद जिले के उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.रामभगत ने बताया कि बुधवार को 1810 सैंपल लिए गए और 2013 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए लोगों को मास्क और शारीरिक दूरी का पालन हर हाल में करना होगा।
बुधवार को जिले में 402 कोरोना संक्रमित नए मरीज मिले और 309 मरीज स्वस्थ भी हुए। संक्रमण दर 10.03 दर्ज की गई। चार दिन में 1468 कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुके हैं और 1405 स्वस्थ भी हुए हैं। अब सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 1831 हैं और 1818 होम आइसोलेशन में इलाज ले रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कोरोना जांच के लिए 4009 सैंपल लिए गए हैं जिनकी गुरुवार को जांच रिपोर्ट आएगी। सिविल सर्जन डाक्टर विरेंद्र यादव ने बताया कि हम जिले में 29,71,681 लोगों की कोरोना जांच कर चुके हैं। इसमें 2,68,242 संक्रमित मरीज मिले हैं और 2,65,404 स्वस्थ हो चुके हैं। 1007 मरीजों की मृत्यु हुई है।
Also read : दिल्ली में कोरोना ने पकड़ी रफ़्तार, बीते 24 घंटो में दर्ज हुए 1324 नए मामले