India News(इंडिया न्यूज़), Crime: बीबीए कर रही थी छात्रा जिसने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर गांजा और चरस की तस्करी की। पुलिस का कहना है कि छात्रा अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर अवैध कारोबार कर रहा था। चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस केस में जुड़े और भी लोगों से पुछताछ की जा रही है।
ग्रेटर नोएडा की बीटा 2 पुलिस और स्वाट टीम ने तंबाकू और गांजा गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान पुलिस ने एक गुट समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों के पास से करीब 20 किलो गांजा और 400 ग्राम चरस बरामद किया गया है। बरामदगी की कीमत 25 से 30 लाख रुपये बताई जा रही है।
ग्रेटर की बीटा-2 पुलिस और स्वाट टीम ने विश्वसनीय सूचना के आधार पर चिंटू ठाकुर, बिंटू निकी कालू, जय प्रकाश और एक लड़की को स्टूडियो के दौरान गोल चक्कर से गिरफ्तार किया। पीछे के कब्जे से 20 किलो 390 ग्राम तंबाकू, 400 ग्राम चरस, एक कार, एक बाइक, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, 148 प्लास्टिक कंपनी के लाइफ-केस, 38 प्लास्टिक पॉलिथीन, 3 प्लास्टिक पॉलिथीन, घटना में शामिल 4 मोबाइल आदि बरामद किए गए। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार लड़की ने बीबीए की थी। इसके बाद जब उसे नौकरी नहीं मिली तो वह गलत रास्ते पर चल पड़ी। इन गिरोहों के नेटवर्क में रिंकू नी सेठ शिलांग से भारी मात्रा में तम्बाकू और चरस लाता है, जिसका वितरण बिंटू के माध्यम से किया जाता था।
चिंटू और बिंटू दोनों एक साथ हैं। वे लड़की के माध्यम से चरस और गांजा ग्रहको तक पहुचाते थे। चिंटू और बिंटू का संपर्क व्हाट्सएप कॉल के जरिए हुआ।
लड़की और जयप्रकाश एक दिन में 40 से 50 पुड़िया बनाते थे। पुड़िया का वजन 10 ग्राम, 20 ग्राम और 50 ग्राम था. ये लोग बिल्डरों, बड़े क्षेत्र, सेक्टरों, यूनिवर्सिटी आदि में फोन से संपर्क करने करते थे फिर उन्हे माल सप्लाई करते थे।
पुलिस का कहना है कि चरस की सप्लाई के बाद पैसे ऑनलाइन बिंटू के खाते मे आता है। ये लोग पहले भी इस मामले में जेल जा चुके हैं। पिछले साल बरामद गांजे की कीमत 25 से 30 लाख रुपये बताई जा रही है।
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