India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Delhi: 10 मार्च को मोहम्मद बी. उल्लाह लगभग रोते हुए सदर बाजार थाने पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को बताया कि 9 मार्च की सुबह जब वह घर से ऑफिस के लिए निकले तब तक सब कुछ ठीक था। जब वह रात करीब 9:15 बजे ऑफिस से लौटे तो उन्हें पता चला कि उनकी बेटी शाम 4 बजे से लापता है।
उसकी पत्नी ने उसे बताया कि वह शाम चार बजे घर से निकली थी, जिसके बाद न तो वह घर लौटी और न ही उसका कुछ पता चला। परिचितों से पता चला कि बेटी के साथ उसकी एक सहेली भी लापता है। आखिरी बार दोनों को एक साथ देखा गया था। आख़िरकार परेशान होकर मोहम्मद बी उल्लाह अगली सुबह थाने पहुंच गए।
डीसीपी मनोज कुमार मीणा ने आईपीसी की धारा 363 के तहत एफआईआर दर्ज कर दोनों लापता लड़कियों की तलाश शुरू कर दी। दोनों लड़कियों की तलाश के लिए इंस्पेक्टर संजय सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। दोनों लड़कियों द्वारा पहने गए कपड़ों का डिटेल और तस्वीरें ज़िपनेट पर अपलोड की गईं। उन्होंने बताया कि दोनों लापता नाबालिग लड़कियों की डिटेल दिल्ली के सभी पुलिस स्टेशनों को भी भेज दी गई है।
पुलिस टीम ने इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी। इसके अलावा पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन और सदर बाजार जैसी आसपास की सभी जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सुबह करीब आठ बजे पुलिस को दोनों लड़कियों के बारे में सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस टीम सदर बाजार के बारा टूटी चौक के लिए रवाना हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को दोनों लड़कियां छप्पर के नीचे बैठी मिलीं। इसके बाद दिल्ली महिला आयोग के अधिकारी के माध्यम से दोनों नाबालिग लड़कियों की काउंसलिंग कराई गई।
काउंसिलिंग के बाद दोनों बच्चियों को मेडिकल जांच के लिए बीएचआर अस्पताल ले जाया गया। मेडिकल जांच के बाद दोनों लड़कियों को सीडब्ल्यूसी के सामने भी पेश किया गया और सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उनका बयान दर्ज किया गया। पुलिस को अब तक की जांच में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। इसके बाद ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत दोनों लड़कियों को उसके पेरेंट्स को सौंप दिया है।